रूस को क्यों है भारत की जरूरत?
16 April 2024
टेस्ला की कारों के लिए सेमीकंडक्टर चिप बनाएगी टाटा।
16 April 2024
रणदीप हुड्डा स्टारर 'स्वातंत्र्य वीर सावरकर' 22 मार्च 2024 को रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारतीय दर्शक इस फिल्म की रिलीज का किस उत्साह के साथ इंतजार कर रहे हैं, यह इस बात से पता चलता है कि ट्रेलर रिलीज होने के सिर्फ 18 घंटे बाद ...
“मूल्यवान तो सोने की लंका भी थी, परंतु जब बात किसी के स्वतंत्रता की हो, तो रावण का राज हो या ब्रिटिश राज, दहन तो होके रहेगा!” किसने सोचा था कि जिस स्वतंत्रता सेनानी को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी, उसी के सम्मान में एक नहीं, दो ...
वीर सावरकर एक ऐसा नाम जिसके जितने प्रशंसक हैं, उतने ही विरोधी भी। इनके और इनके परिवार के बलिदानों पर कम बात की जाती है और एक ऐसे पत्र के लिए इन्हें घेरे में लिया जाता है, जो इनके मस्तिष्क की उपज थी भी नहीं। ऐसे में या तो वीर ...
Netaji Savarkar Meeting: हमारे भारतीय इतिहास को दरबारी कथाकारों एवं इतिहासकारों ने इस तरह से रचा था कि हमें केवल वही पढ़ने को मिले, जो वे चाहे; हम वही सुनें, जो वे सुनाना चाहे। मानो एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हम लोगों में यह ज्ञान फ़ीड किया गया कि ये ...
सावरकर का नाम सुनते ही कांग्रेस का पारा सातवें आसमान पर चढ़ जाता है। आपको बस सावरकर बोलना है और कांग्रेसी तुरंत आपको 'देशद्रोही' साबित करने में लग जाएंगे। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के शासन में तो प्रतिस्पर्धा होती थी कि इस अमर क्रांतिकारी को कौन अधिक अपमानित करेगा, जिसमें ...
देश की आजादी में वीर सावरकर के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है लेकिन कांग्रेसियों की कुंठा, वामपंथियों का एजेंडा और कट्टरपंथियों ने अपने घृणित खेल से उनके योगदान को धुंधला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज भी स्थिति ऐसी है कि घृणित मानसिकता वाला कुनबा वीर सावरकर ...
सावरकर गद्दार हैं! सावरकर देशद्रोही हैं! सावरकर ने अंग्रेज़ों की चाकरी की सावरकर ने माफी मांगी थी! विपक्षियों और वामपंथियों ने वीर सावरकर को लेकर कई तरह की भ्रामक खबरें फैलाई. कांग्रेसियों ने हमारे इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया, मुगलों का महिमामंडन किया, अपने करीबियों को इतिहास में ...
राजनीति में कुर्सी एक बहुत बड़ी कमजोरी है। इसमें आदर्श और वसूल जैसा कुछ नहीं होता है। आज जो आपका पराया है, वो कल आपका सगा हो सकता है। यह भारतीय लोकतंत्र की समस्या है। इससे भी ज्यादा दुःखद यह है कि एक पार्टी को, कैसे अपने ही विचारों को ...
‘नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा, मेरी आवाज़ ही पहचान है’ ‘अजीब दास्तान है यह, कहाँ शुरू कहाँ खत्म, यह मंज़िलें हैं कौन सी, न वो समझ सकें न हम!’ कुछ ऐसे ही कर्णप्रिय गीतों से हमें मोहित कर देने वाली ‘सुर साम्राज्ञी’ लता मंगेशकर का आज 93वां जन्मदिवस ...
कांग्रेस पार्टी देश की स्वतन्त्रता का श्रेय तो ऐसे लेती है, मानों इस परिवार ने अनेकों त्याग किए हों, किन्तु उसके घमंड के विपरीत यथार्थ सत्य ये है कि कांग्रेस अपने कार्यों के आगे सभी को छोटा समझती है, और सबसे अधिक घृणा स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर से करती है, ...
वामपंथ एक सोच है, एक विचार है। इसमें एकता तो कमाल की है, और कई वर्षों तक इस विचारधारा ने भारत पर सफलतापूर्वक राज किया है। परंतु इस विचारधारा की भी एक कमजोरी है- गैर वामपंथी और हिंदुवादी व्यक्तित्वों से नफरत करना। जी हां, कभी कभी कुछ ऐसे व्यक्ति सामने ...
वीर सावरकर को लेकर जेएनयू के लिबरलों को फिर से मिर्ची लगी है। जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने वीर सावरकर के नाम पर बने सड़क को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। घोष ने कहा है यूनिवर्सीटी की रोड का नाम विनय दामोदर सावरकर रखा गया है जो ...