'वोक संस्कृति' के लिए खोज परिणाम

अंतत: ‘वोक संस्कृति’ को गुडबाय कहने को मजबूर हुआ Netflix

वो कहते हैं न, बाप बड़ा न भैया, सबसे बड़ा रुपैया। ये बात सब जगह लागू होती है, चाहे हास्य में, या गंभीरता में। जो Netflix सोचती थी कि ‘वोक संस्कृति’ के आधार पर वह अपना उद्योग चलाने में ...

पाश्चात्य संस्कृति के खोखलेपन का नंगा नाच है हैलोवीन

हेलोवीन क्या है?: ट्रिक एंड ट्रीट! बूझे? आढ़े तिरछे कपड़े पहन कर, कद्दू को और भयानक रूप देकर, लोग यह दिखाते हैं कि आखिर क्यों पाश्चात्य जगत केवल नाम का समृद्ध है, उनका वैज्ञानिकता और व्यावहारिकता से उतना ही ...

अमेरिकियों को RRR पसंद आई क्योंकि यह एक जबरदस्त ‘एंटी-वोक’ फिल्म है

आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी कि प्रभु जब देते हैं तो छप्पर फाड़ कर देते हैं। यह कहावत साउथ फिल्म इंडस्ट्री पर एकदम सटीक बैठती है। यह वर्ष साउथ फिल्म इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से कम ...

क्या रघुराम राजन चाहते हैं कि भारत वोकवाद के लिए आर्थिक प्रगति को त्याग दें?

लुक माई सन, यू शुड नॉट ग्रो लाइक दिस, बीकॉज़ द वर्ल्ड विल फॉल अपार्ट। वी नीड अ क्लीन एण्ड ग्रीन वर्ल्ड, इंडिया कैनोट ग्रो द वे इट वान्ट्स टू। अब आप भी सोचते होंगे कि ऐसे मखनचू वचन ...

घटिया कप्तानी, महाघटिया चयन, वीवीआईपी संस्कृति और भी बहुत कुछ – भारतीय क्रिकेट टीम की दर्दनाक कथा

एक फिल्म थी, बचपन में देखी थी, ‘चैन कुली की मैन कुली”। उसमें जब भारतीय क्रिकेट टीम निरंतर घटिया प्रदर्शन करती जा रही थी तो उसे उलाहना देते हुए उनके कोच कहते हैं, “मैं उस टीम को कोच करने ...

भारत की नई पीढ़ीं आंखें बंद करके कोरियन संस्कृति क्यों अपना रही है ?

अपनी संस्कृति को हीन समझने और दूसरों की संस्कृति को अपनाने में हम भारतीयों का कोई सानी नहीं है। अंग्रेज़ तो चले गए लेकिन ‘अंग्रेज़’ छोड़ गए। इसके बाद गंगा-जमुनी तहजीब के नाम पर हिंदुत्व का एकतरफा मखौल उड़ाया ...

Netflix से सीख – वोक बनिए, दिवालिया बनिए

पता है धूम्रपान से भी हानिकारक क्या होता है? जंक फूड? शायद, पर पूरी तरह नहीं। मदिरा? थोड़ा बहुत, पर वो भी नहीं! Wokeism या वोक संस्कृति? निस्संदेह। ये बीमारी कई संस्थानों को लग चुकी है, जो उन्हें अंदर ...

दीपावली को वोक प्रोपगैंडा का अड्डा बनाने का कुत्सित प्रयास हुआ असफल

सोशल मीडिया का यदि कोई सबसे बड़ा लाभ है, तो वह यह कि चाहे कोई अपने आप को कितनी ही बड़ी तोप समझे, सोशल मीडिया उसकी हवा निकालने में तनिक भी समय नहीं लगाता। यह बात भारत के जागरूक ...

नागों की कहानी: महाभारत के अनुसार नागों का जन्म कैसे हुआ: भाग 1

ये भारत है, यहां हर जीव जन्तु में हम ईश्वर को ढूंढते हैं और उनका वंदन भी करते हैं। हम माटी को, पक्षियों को एवं अन्य जीव जंतुओं को बड़ी ही श्रद्धा से पूजते हैं। कण-कण में भगवान हैं ...

तब्बू: वो इकलौती ‘पुरानी अभिनेत्री’ जो अभी भी फिल्म इंडस्ट्री में धमाल मचाए हुए है

बॉलीवुड की वर्तमान अवस्था को देखकर जाने क्यों द डार्क नाइट का यह संवाद स्मरण हो आता है, जो आज एक नायिका पर शत प्रतिशत फिट बैठता है, “वो नायिका है जिसकी बॉलीवुड को आवश्यकता है पर वो नायिका ...

शरत चंद्र चटोपाध्याय: एक ओवररेटेड साहित्यकार, जिन्होंने ‘लवर्स’ को ‘FOSLA का रोग’ लगा दिया

प्रेम माने निश्छल समर्पण, प्रेम माने त्याग प्रेम यह तो बिल्कुल नहीं है कि वो मेरी नहीं तो किसी की नहीं या प्रेम यह भी नहीं है कि किसी के पीछे आप स्वयं को नष्ट कर लो परंतु जहां ...

Cuttputlli Review: ‘Ratsasan’ हम शर्मिंदा हैं

कुछ फिल्में अगर OTT पर प्रदर्शित हो रही हैं तो उसके दो ही कारण है या तो उसके भाग्य फूटे हैं या फिर वो फिल्म इतनी खराब है कि OTT के अतिरिक्त वह कहीं प्रदर्शित होने योग्य नहीं है। ...

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