पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
“लालच शौक को जरूरत में बदल देता है” Farzi Web Series Review: यह संवाद न केवल हमारी जीवनशैली को बिना लाग-लपेट के चित्रित करता है, अपितु यही वेब सीरीज़ “फ़र्ज़ी” का सार है। काले धन एवं नकली नोटों पर चर्चा से लेकर पुस्तकें छप जाती हैं, परंतु इसकी रूपरेखा क्या ...
यूं तो कबीर सिंह किन किन को देखनी चाहिए ये अलग चर्चा का विषय बन सकता है, पर फिल्म देखने के बाद इतना तो तय है कि किन्हें ये फिल्म ‘नहीं देखनी चाहिए’। जिन्हें स्वरा भास्कर के अति नारीवाद में अटूट विश्वास है वो कृपा करके इस फिल्म को देखने ...
बॉलीवुड बदल चुका है और डायरेक्टर और ऐक्टर असल जिंदगी के किरदारों को फ़िल्मी परदे पर उतरा रहे हैं और इस तरह की फिल्मों को आम जनता का भी खूब प्यार मिल रहा है। फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की कहानी पर आधारित ‘भाग मिल्खा भाग’ और हाल ही में रिलीज़ ...
6 दिसंबर को बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्मों का क्लैश हुआ था। एक ओर 1978 की हिट फिल्म ‘पति पत्नी और वो’ का आधुनिक रीमेक प्रदर्शित हुआ, और दूसरी ओर आशुतोष गोवारिकर की फिल्म ‘पानीपत’, जो 1761 में हुए पानीपत के तीसरे युद्ध पर आधारित थी। अब बॉक्स ऑफिस के ...
अगर आप फुटबॉल का फ भी जानते होंगे तो डेविड बेकहम को ज़रूर जानते होंगे। भाई मस्त फुटबॉल खिलाड़ी हैं, एकदम लीजेंड टाइप और यूनिसेफ इंडिया एम्बैसेडर भी हैं। वे हाल ही में भारत आए, वे आये थे यूनिसेफ की तरफ से और क्रिकेट विश्व कप देखने के लिए। अब ...
भारतीय फिल्म उद्योग, जिसे बॉलीवुड के नाम से जाना जाता है, अभिनेताओं के लिए एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र हो सकता है। जहां सफलता उन्हें स्टारडम तक पहुंचा सकती है, वहीं एक गलत कदम उनके करियर को तहस-नहस कर सकता है। पिछले कुछ वर्षों में, ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां कुछ ...
कुछ फिल्में ऐसी होती हैं, जिनकी झलक मात्र देखकर ही आप कहो कि सिल्वर स्क्रीन तो छोड़ो, इसे OTT पर भी नहीं होना चाहिए। वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसी भी फिल्में हैं, जिनके OTT पर आने पे आपको लगे, “अरे नहीं भाई, OTT इसके लिए सही स्थान नहीं!” इस लेख ...
कभी-कभी, सब कुछ आपकी चॉइस पर निर्भर करता है। यह परिप्रेक्ष्य भारतीय फिल्म उद्योग में अत्यधिक सार है, जहां एक गलत विकल्प, चाहे कास्टिंग में हो या स्क्रिप्ट में, यह सब बदल देता है। यहाँ कुछ भूमिकाएँ हैं, जहाँ मुख्य अभिनेता फर्स्ट चॉइस नहीं थे, लेकिन उन्होंने खुद को साबित ...
जब से OTT पे क्रांति आई है, तब से सभी लोग इस क्षेत्र में अपना वर्चस्व जमाने के लिए लालायित है। अब सिनेमा और डिजिटल कॉन्टेन्ट के बीच की दीवार धीरे धीरे मिटने वाली है, और ऐसे में रिलायंस के प्रबंधकों को विचार आया, “ये सुअवसर क्यों हाथ से जाने ...
"औसत कद से काफी लंबा, काफी पतला परंतु एक ऐसा कोणीय (angular) मुख, जो देखके भी अनदेखा न हो सके। उसकी बुद्धिमता उसके मुख से स्पष्ट झलकती थी" Shekhar home series: जब आर्थर कॉनन डॉयल ने इन शब्दों में इतिहास के सबसे प्रभावशाली चरित्रों में से एक को उकेरा था, ...
द नाइट मैनेजर: एक व्यक्ति पैसों का भूखा है और वह अपनी भूख मिटाने के लिए आयुध के व्यापार को अपना मार्ग बनाता है। उसे भ्रम हो जाता है कि उसे कोई परास्त नहीं कर सकता, लेकिन तभी उसका पाला एक कर्मचारी से पड़ता। धीरे-धीरे दोनों के संबंध विश्वास के ...
“अगर अबकी गलती हुई, तो यूनिट बंद कर दूंगा, और तुझे निष्कासित!” “सर व्हाट इज़ निष्कासित?” “टर्मिनेशन! मिनिस्टर से ट्रांसलेटर बना दिया है!” वेबसीरीज़ देखते हैं और यदि अब तक यह प्रसंग नहीं देखा तो आपने बहुत कुछ नहीं देखा है। यह संवाद अमेजॉन प्राइम पर आई शाहिद कपूर और ...