EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
माथे पर त्रिपुण्ड, मस्तक पर शिखा, यूनिफ़ॉर्म पर शुद्ध देवनागरी में ‘दरोगा शुद्ध सिंह’ का बैज, नकारात्मकता की प्रतिमूर्ति बने संजय दत्त ने हालिया रिलीज हुई फिल्म 'शमसेरा' में ऐसी भूमिका निभाई जिस पर कई तरह के सवाल खड़े होते दिख रहे हैं। फिल्म की कहानी में जबरदस्ती सनातन प्रतीकों ...
देश के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश को 'उगते सूरज की भूमि' के रूप में जाना जाता है। चीन की सीमा से लगा अरुणाचल प्रदेश खूबसूरत पहाड़, तरह-तरह की वनस्पतियां और जीवों की चकाचौंध से संपन्न राज्य है, जो किसी भी पर्यटक को अपनी ओर आसानी से आकर्षित कर लेता है। ...
फिल्मकार राजकुमार हिरानी ने अपनी फिल्म ‘संजू’ को लेकर बड़ा खुलासा किया है और ये माना है कि उन्होंने संजय दत्त की जिंदगी पर बनी बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म उनके प्रति सहानुभूति बनाने के लिए थी। इंडियन फिल्म एंड टीवी डायरेक्टर एसोसिएशन स्पेशल मास्टरक्लास में पटकथा लेखक अंजुम रजब अली के ...
“यहाँ इक खिलौना है इसां की हस्ती, ये बस्ती हैं मुर्दा परस्तों की बस्ती, यहाँ पर तो जीवन से है मौत सस्ती, ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है.” साहिर लुधियानवी के ये बोल जाने कब गुरुदत्त के जीवन का पर्याय बन गए, पता ही नहीं चला। आज ...
सचिन पायलट के कांग्रेस में बगावती रुख के बाद निकाले जाने से युवा नेताओं में रोष देखने को मिल रहा है। पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और अब सचिन पायलट जैसे दो बड़े युवा नेताओं के जाने से कांग्रेस के अंदर अन्य युवा नेताओं का मनोबल अब टूटने लगा है। ऐसा लगता ...
पांडवजन अपने तेरह वर्ष के वनवास पर वनों में विचरण कर रहे थे । प्यास तो सबको लगती है उन्हें भी लग गयी. उन्होंने प्यास बुझाने के लिए जल की तलाश शुरू की । जल का प्रबंध करने का जिम्मा प्रथमतः सहदेव को दिया गया, उन्हें वन के बीच एक ...
शोबिज़ के क्षेत्र में, किसी स्टार के करियर की गति मानसून की बारिश की तरह अप्रत्याशित हो सकती है। जहां कुछ मशहूर हस्तियां लगातार चमकने में कामयाब रहती हैं, वहीं अन्य खुद को प्रसिद्धि के उतार-चढ़ाव से जूझते हुए पाते हैं। फिर भी, कुछ ऐसी भूमिकाएँ सामने आईं, जिन्होंने न ...
हाल के दिनों में, वैश्विक सिनेमाई उद्योग में हॉलीवुड पेशेवरों द्वारा कम पारिश्रमिक और असह्य कामकाजी परिस्थितियों जैसे मुद्दों को उजागर करते हुए हड़तालें आयोजित की गई हैं। परन्तु कम ही लोग जानते होंगे कि बॉलीवुड भी एक समय सड़कों पर उतरने को विवश हुआ था, और कारण थी कांग्रेस ...
भारतीय सिनेमा जगत में ऐसे अनगिनत अभिनेता हुए हैं जिन्होंने अपने असाधारण अभिनय से अमिट छाप छोड़ी है। इन अभिनेताओं ने अपनी प्रतिभा, समर्पण और बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। हालाँकि, यह निराशाजनक है कि अभिनय की कला में उनके असाधारण योगदान के बावजूद, उन्हें कभी ...
पहली छमाही में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, भारतीय फिल्म उद्योग जुलाई से दिसंबर 2023 तक एक आशाजनक लाइन-अप का बेसब्री से आशाजनक लाइन-अप कर रहा है। "द केरल स्टोरी" के अपवाद को छोड़कर, बहुप्रचारित पैन इंडिया सेगमेंट सहित कोई भी भारतीय फिल्म नहीं है, जो एक महत्वपूर्ण छाप छोड़ने में ...
Nawazuddin Siddiqui interview: कुछ लोगों की बात ही अलग है। भले ही बहुत गर्दा न उड़ाये हो, परंतु एटीट्यूड तो ऐसा कि ये न हो, तो देश ही न चले। क्रिकेट में तो पहले ही एक के एल राहुल, और बॉलीवुड को भी अब अपना के एल राहुल मिल चुका ...
Kaante film review: “मैंने कई संस्करण देखे अपनी फिल्म के, परंतु जो काम इंडिया की “कांटे” ने किया वह अद्भुत था, वह मेरी मूल रचना के सबसे करीब थी”। ये शब्द हैं क्वेंटिन टैरेंटिनो के जिन्हें “Reservoir Dogs” से लेकर “Pulp Fiction”, “Inglourious Basterds”, “Django Unchained” जैसे सदाबहार फिल्मों के ...