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Tajmahal History in Hindi : ताजमहल का इतिहास हिंदी में

 Tajmahal History in Hindi – स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Tajmahal History in Hindi के बारे में साथ ही इससे जुड़े इतिहास एवं ताजमहल के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन ...

जानिए किन कारणों से गुप्त काल को भारत का स्वर्ण युग कहा जाता है

Gupta Samrajya: भारतीय इतिहास रोचक कथाओं, महान कलाओं और कई शक्तिशाली साम्राज्यों के द्वारा किए गए विकास कार्यों और उनके शौर्य गाथाओं से भरा हुआ है। परन्तु ऐतिहासिक जटिलताओं और लोगों की रुचि कम होने के कारण अधिकतर लोगों ...

Tajmahal kahan Per Hai and Kaise Phuche in Hindi

Tajmahal kahan Per Hai? ताजमहल- ताजमहल भारतीय शहर आगरा में यमुना नदी के दक्षिण तट पर एक सफेद संगमरमर का मकबरा है। इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल की मकबरे के लिए शुरू ...

कालिंजर दुर्ग – धर्म और इतिहास, दोनों से है इसका बड़ा गहरा नाता

“गंगा बड़ी गोदावरी, तीरथ बड़ा प्रयाग, सबसे बड़ी अयोध्या नगरी, जहां राम लिए अवतार” अवधी से मिश्रित इस कथन को बचपन में आपने अपने वृद्धजनों से काफी सुना होगा और काशी अयोध्या की रीतियों और उसकी महिमा में अनेकों किवदंतियां ...

‘इतिहास में केवल मुगलों का महिमामंडन, अब हमें इतिहास लिखने से कौन रोक सकता है?’

भारत के गौरवशाली अतीत को इतिहास के पन्नों में पहले तो जगह ही नहीं मिली, अगर किसी जुनूनी भारतीय ने इसकी कोशिश भी की तो उसे सजा दी गई। उन पन्नों को जला दिया गया या फिर पूरी किताब ...

महान सम्राट कुमारगुप्त की विरासत शंखलिपि के रुप में आई सामने

पाश्चात्य, आधुनिकता, आक्रांता, और वामपंथी दुष्चक्र !!! इस दुष्चक्र से सृजित हुई है कई सांस्कृतिक विस्मृति और ऐतिहासिक विकृति। हमारे पूर्वजों के पाठ और उनका गौरवशाली इतिहास सिर्फ पुस्तकों के पृष्ठ परिधि में अंकित है, जबकि इसे चारित्रिक रूप ...

मनसुख मंडाविया ने वही किया जो कभी विक्रमादित्य और राजा भोज अपने समय में किया करते थे

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल ही में खुलासा किया कि वह एक सामान्य मरीज के भेष में सफदरजंग अस्पताल गए थे तब गेट पर एक सुरक्षा गार्ड ने उन्हें धक्का दिया। उन्होंने कहा कि वह अस्पताल की ...

कभी सोचा है क्यों ओडिशा का इतिहास स्कूलों में नहीं पढ़ाया जाता?

इस लेख को अंग्रेजी में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें  हजारों वर्ष पहले, महानदी के तट पर शिकार करते हुये केसरी वंश के एक राजकुमार अपने साथियों से काफी दूर चले गए। घंटों तक भटकने के बाद ये ...

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