सुंदर पिचाई के अंडर में ‘ब्राह्मणवाद का केंद्र’ बन गया है गूगल
अजीब बीमारी है यह लिबरलिज़्म। जब तक जिसे अपना आराध्य बनाया, तब तक सब चंगा सी, परंतु तनिक भी विचारधारा से विमुख हुए, तो यही लोग छाती पीटने लगते हैं। हर मामले में अपनी फूहड़ता घुसाने की इनकी अनोखी ...