'सैयद अहमद खान' के लिए खोज परिणाम

द्विराष्ट्र सिद्धांत के ‘जनक’ सैयद अहमद खान हैं

द्विराष्ट्र सिद्धांत के ‘जनक’ सैयद अहमद खान हैं

भारत देश की मूल कल्पना सनातन धर्म के ग्रन्थों के हिसाब से बहुत पहले से है। मार्कण्डेय पुराण बताता है कि यहां लोग तबसे रह रहे हैं जब अन्य धर्मों का जन्म भी नहीं हुआ था। फिर समय के साथ यहां लोग आते गए, कुछ लोगों ने देश हित में ...

आगा खान

आगा खान – जिसने ऑल इंडिया मुस्लिम लीग का सृजन किया और अखंड भारत को खंडित किया

जब भी पाकिस्तान की बात आती है, द्विराष्ट्र सिद्धांत का मुद्दा भी सामने आता है। इस सिद्धांत को जन्म देने वाले सर सैयद अहमद खान के साथ कुछ ऐसे नेताओं का भी नाम आता है, जिन्होंने उनके इस सपने को साकार करने के लिए जमीन आसमान एक कर दिया था। ...

सनी देओल फिल्म

सनी देओल: बॉलीवुड के तीनों खान का दबदबा किसी ने तोड़ा है तो वो यही हैं

अभिनय एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें नाम कमाना बहुत कठिन कार्य है। उसमें भी बॉलीवुड, तमिल फिल्मों, तेलुगु फिल्मों और मलयालम फिल्मों में जगह बनाना तो और भी अधिक कठिन है। लोग यहां सफलता की चाह में आते हैं और कुछ समय के लिए सफलता प्राप्त भी करते हैं लेकिन ...

जब हिमन्ता हो साथ तो चिंता की क्या बात?

जब हिमन्ता हो साथ तो चिंता की क्या बात?

इसमें कोई रहस्य नहीं कि कांग्रेस के हमारे भाई बंधु प्रधानमंत्री मोदी के प्रति काफी आकृष्ट हैं। जो तत्परता राहुल को किरण के लिए, राजकुमारी सूर्यलेखा को सूर्यवंशी के लिए या मनोज मुंतशिर को उर्दू के लिए नहीं होंगी, उससे कहीं अधिक कांग्रेस पीएम मोदी के प्रति मोहित है। यह ...

AMU

AMU में अब ‘इस्लामिक कट्टरपंथ’ की जगह सनातन पाठ पढ़ाया जाएगा

परिवर्तन संसार का नियम है पर ऐसा परिवर्तन जो सोच से परे हो यदि वो कल्पना को पीछे छोड़ते हुए वास्तविकता में परिवर्तित हो जाए तो उसे किसी चमत्कार से कम नहीं आंका जा सकता है। लेकिन होता तो ऐसा भी है कि कुछ लोगों को सकारात्मक परिवर्तन से भी ...

ऑटोमन साम्राज्य

कैसे ऑटोमन साम्राज्य के विध्वंस ने खिलाफत आंदोलन की नींव रखी जिसके कारण मोपला हिंदू विरोधी नरसंहार हुआ

प्रथम विश्व युद्ध की रणभेरी चारों ओर गूंज उठी। यूरोप में एक राजकुमार की हत्या देखते ही देखते एक वैश्विक संग्राम में परिवर्तित हो गया, जहां सभी को सत्ता की लालसा को तृप्त करना था। इस युद्ध से न मानवता को लाभ हुआ, और न ही विजयी हुए देशों को, ...

राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कट्टरपंथी अजेंडा के विरुद्ध योगी का मास्टरप्लान: राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय

पुरखों के सत्कर्मों को मिटाने एवं झुठलाने के प्रयास पुरानी सरकारों एवं वामपंथी एजेंडा वादियों ने खूब किए हैं। सर्वविदित है कि देश के इतिहासकारों ने इतिहास भी कल्पना के आधार पर लिखा, किंतु मोदी सरकार के आने के बाद सत्य की परतें लगातार खुल रही हैं। ठीक उसी तरह ...

आरिफ मोहम्मद खान

आजम-ओवैसी नहीं, भारतीय मुसलमानों को आरिफ मोहम्मद जैसे नेता की जरूरत है

भारत को अपने विविधता के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यहाँ विश्व के लगभग सभी धर्म के लोग निवास करते हैं और सभी संप्रदाय अपनी-अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। भारत में बहुसंख्यक हो या अल्पसंख्यक सभी को समान अधिकार देने के लिए संविधान में खास तौर से प्रबंध ...

रॉ शायद न माने, पर हरदीप सिंह निज्जर की मौत रॉ स्टाइल में ही हुई!

रॉ शायद न माने, पर हरदीप सिंह निज्जर की मौत रॉ स्टाइल में ही हुई!

वर्षों से, भारत की अखंडता के खिलाफ साजिश रचने वाले चरमपंथी गुटों ने कनाडा, पाकिस्तान, मलेशिया जैसे जगहों से अनगिनत षड्यन्त्र रचते हैं। हालाँकि, हाल की घटनाओं से पता चलता है कि भाग्य और बाजी कभी भी पलट सकती है। इस लेख में आइये हरदीप सिंह निज्जर जैसे चरमपंथियों की मौत ...

Bitta Karate wife

बिट्टा कराटे की पत्नी, प्रोफेसर्स, वैज्ञानिक समेत कईयों को नौकरी से निकाला गया

मोदी सरकार जम्मू कश्मीर की दशा और दिशा बदलने की ओर कदम बढ़ा चुकी है. इस केंद्रशासित प्रदेश के विकास हेतु कई बड़े फैसले लिए जा चुके हैं, कई योजनाएं लागू की जा चुकी है. प्रदेश में शांति स्थापित करने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है. ज्ञात हो ...

Akhand Bharat a Reality, Special Article partition horrors Remembrance Day

विभाजन विभीषिका दिवस पर विशेष: अखण्ड भारत एक वास्तविकता

पिछले वर्ष पीएम मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था. आइए, इस दिन अखंड भारत के बारे में विस्तार से समझते हैं. अखंड भारत का अभिप्राय उस अविभाजित भारत से है प्राचीन काल में जिसका भौगोलिक विस्तार और सांस्कृतिक प्रभाव ...

द्विराष्ट्र सिद्धांत

भारतीय स्वतंत्रता की वास्तविक कहानी-अध्याय 5: द्विराष्ट्र सिद्धांत का असली गुनहगार

क्या आप जानते हैं? कौन थे द्विराष्ट्र सिद्धांत के प्रथम प्रतिपादक और सूत्रधार अल्लामा इकबाल या वीर सावरकर कट्टर मुस्लिम अल्लामा इकबाल को क्यों भारत में एक नायक के रूप में स्थापित करने का स्पष्ट प्रयास किया गया जब वीर सावरकर ने कहा, एक आदमी-एक वोट होगा चाहे वह आदमी ...

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