' भगत सिंह' के लिए खोज परिणाम

बटुकेश्वर दत्त: भगत सिंह के वो साथी जो आजादी के बाद बन गए थे टूरिस्ट गाइड, बेचनी पड़ी थी सिगरेट

8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह ने अंग्रेजों के मन में खौफ पैदा करने के लिए दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में बम फेंका जिसके बाद लोग वहां अफरा-तफरी मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे। तभी वहां एक और ...

सरदार भगत सिंह का खालिस्तानी अपमान किये, बहुत गलत किये

बस यही देखना बाकी रह गया था। कोई अपनी कुंठा में कितना गिर सकता है, ये आज खालिस्तानियों ने दिखा दिया। इस वायरल होती क्लिप में यूके में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान भगत सिंह को न केवल अपमानित ...

‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ के 20 वर्ष– जब पूरा देश भगत सिंह के लिए रोया था

आप विमल के लिए इस व्यक्ति का जितना उपहास उड़ा लें चलेगा, आप इनके विकल्पों के लिए इनका जितने मीम बनाना चाहें वो भी चलेगा, लेकिन वीर भगत सिंह को इनके जैसा कोई आत्मसात करके दिखा दे, तो मान ...

केजरीवाल को अपनी तुलना भगत सिंह से करने से पहले पचास बार सोचना चाहिए!

भारत में इस समय चुनावी माहौल है और चुनाव पास आते-आते नेता स्वयं को किसी न किसी का चेला और शिष्य बताना शुरू कर दिए हैं पर इस बार अरविंद केजरीवाल ने जिनके साथ स्वयं की तुलना की है ...

पहले वामपंथियों ने भगत सिंह को कम्युनिस्ट बताया, अब वही उनकी तुलना इस्लामिस्ट आतंकी से कर रहे हैं

भगत सिंह की तुलना इस्लामिस्ट और कम्युनिस्ट वेरियन कुन्नाथु कुंजाहमद हाजी से : CPM भारत में इतिहास और उसके साथ वामपंथी इतिहासकारों द्वारा छेड़छाड़ से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है। यही वामपंथी शहीद-ए-आजम भगत सिंह को कम्युनिस्ट बताते नहीं ...

प्यारे वामपंथियों! भगत सिंह एक सच्चे राष्ट्रवादी थे, उन्हें ‘वामपंथी’ कहकर खुद का मजाक मत बनाओ

जिस नाम को सुनकर आज भी देश के करोड़ों युवाओं में ऊर्जा का संचार होता है, उसी क्रांतिकारी भगत सिंह की विचारधारा को कुछ लोग हड़पने के प्रयत्न में लगे हुए हैं। साम्राज्यवाद विरोध, नास्तिकता जैसे कई सिद्धांतों के ...

देशभक्त बटुकेश्वर दत्त: शहीद भगत सिंह के साथ आज़ादी की लड़ाई लड़ी, फिर भी इन्हें भुला दिया गया

ये कथा है अमर हुतात्मा बटुकेश्वर दत्त की :  8 अप्रैल 1929। तत्कालीन इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल के निचले सदन, यानि सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेम्बली सदस्यों और दर्शकों से भरा हुआ था। उस दिन दो अहम बिल – पब्लिक सेफ्टी बिल ...

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भगत सिंह को तस्वीर को बताया चंद्रशेखर आजाद

कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी अक्सर फर्जी तस्वीर शेयर करने तो कभी बात को तोड़-मोड़ आकर पेश करने के लिए चर्चा में रहती हैं। ऐसा ही कुछ एक बार फिर से हुआ है गलत तस्वीर शेयर की ...

क्रांति की अपनी एक अलग परिभाषा थी भगत सिंह की

लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आग़ाज आयेगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इंक़लाब लायेगा। मैं रहूँ या न रहूँ पर यह वादा हैं तुमसे मेरा, कि मेरे बाद वतन पे मरने वालों का सैलाब आयेगा।। - भगत ...

आखिर इन वामपंथियों ने यह कहाँ पढ़ लिया है की भगत सिंह वामपंथी थे?

जब भी 23 मार्च आती है, तब जहाँ भारत की जनता, परम राष्ट्रवादी शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करती और नमन करती है, वहीं वामपंथी जमात भगत सिंह को बेचने लगती है। कांग्रेस, जिसने भगत ...

ना तो कोई ‘वाद’ था ना ही कोई ‘पंथ’ भगत सिंह का

कम उम्र में साहित्यिक प्रबुद्धता व दर्शनशास्त्र की जिज्ञासा भगत सिंह के बहुआयामी व्यक्तित्व का एक हिस्सा मात्र है। भगत सिंह का झुकाव किस विचारधारा की ओर था?, ये सवाल उनकी वज्र के समान हौंसले, वीरता और निष्काम देशप्रेम ...

भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह की वो कहानी जो दरबारी इतिहासकारों ने आपको कभी नहीं बताई

"पगड़ी संभाल जट्टा...", गीत सुनते हुए निश्चित तौर पर आपको भगत सिंह का स्मरण होता होगा- लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भगत सिंह इस गीत से प्रेरित थे, लेकिन वह इस विचार के मूल रचयिता नहीं थे। यह ...

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