EVM पर सवाल उठाने वालों को लगा सुप्रीम झटका।
29 April 2024
बस्तर में कैसे दम तोड़ रहा नक्सलवाद?
29 April 2024
तेल सोना है या शायद सोने से भी बड़ा है। तेल किसी भी देश के अर्थव्यवस्था इंजन को गतिशील रखता है। अगर ऊर्जा का यह प्रवाह रुक गया तो पूरा देश क्या पूरा विश्व रुक जाएगा। इतिहास ने तेल के लिए खूब बहाये है। ज़रा सोचिए क्या हो अगर कुछ ...
तेल सोना है या शायद सोने से भी बड़ा है। तेल किसी भी देश के अर्थव्यवस्था इंजन को गतिशील रखता है। अगर ऊर्जा का यह प्रवाह रुक गया तो पूरा देश क्या पूरा विश्व रुक जाएगा। इतिहास ने तेल के लिए खूब खून बहाये है। ज़रा सोचिए क्या हो अगर ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को नया मानक बनाने पर जोर दे रहे हैं। पिछले महीने, मोदी सरकार ने 26,058 करोड़ रुपये की PLI योजना (उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन) को मंजूरी दी थी, जो उन्नत प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देता है। इसमें से सबसे महत्वपूर्ण इलेक्ट्रिक बैटरी तकनीक है। यह योजना ...
आज भारत में बढ़ते crude oil की कीमतों से सभी परेशान है और इस परेशानी से निजात पाने के लिए भारत सरकार अब गयाना से crude oil आयात करने की तैयारी में है। दरअसल, बात यह है कि, भारत अभी तक अपना 80 प्रतिशत तेल middle east देशों से आयात ...
चीन पूरी दुनिया में अपनी कुटिलता के लिए जाना जाता है। आज की स्थिति में वैश्विक स्तर पर देखें तो अमेरिका, यूरोपियन यूनियन, भारत सभी बड़ी ताकतों से चीन के रिश्ते कुछ खास नहीं हैं। अमेरिका ने तो चीन की नाक में दम करके रखा है। आए दिन अमेरिका और ...
दुनियाभर में उपजी समस्याओं की जड़ को यदि देखा जाए तो कहीं न कहीं हमें अमेरिका का हस्तक्षेप दिख जाएगा। फिर चाहे वह आतंकवाद की समस्या हो या अफगानिस्तान जैसे देश का सुरक्षा के नाम पर लगभग 20 साल तक शोषण किया जाता रहा हो। उदाहरण के लिए अभी कुछ ...
BRICS मुद्रा: कई महीनों से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा निरंकुश राजकोषीय कटौती ने मुद्रा विनिमय बाजार में एक बड़ी अनिश्चितता पैदा कर दी है। इन एकतरफा फैसलों के साथ, अमेरिकी डॉलर अकार्बनिक रूप से मजबूत हो रहा है जो दुनिया भर की अन्य सभी मुद्राओं ...
स्वयं को सर्वशक्तिमान समझना अमेरिका की पुरानी बीमारी है पर कभी-कभी सच्चाई बाहर निकल आती है और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है। रूस से तेल खरीद पर भारत को ज्ञान देने वाले अमेरिका को बड़ा तगड़ा तमाचा लगा है। जितना सही, साफ़, सटीक दिखने का प्रयास अमेरिका ...
पूरे विश्व का अर्थतंत्र चरमराया हुआ है. इसके कई कारण है- मुद्रास्फीति, पलायन, रूस-युक्रेन विवाद, एकतरफा प्रतिबन्ध, आपूर्ति श्रंखला में टूट, सेमीकंडक्टर चिप संकट, ऊर्जा संकट, बेरोजगारी और महामारी. वास्तविकता के धरातल पर इसके प्रतिफल भी दिखने लगे हैं. श्रीलंका बर्बाद हो गया. वैश्विक स्टॉक मार्केट में भगदड़ मची है. ...
स्वयं को तुर्रम खां समझने वालों को भारत कैसे सबक सिखाता है यह ईरान के साथ हुए हालिया घटनाक्रम ने साबित कर दिया। भारत हाल ही में वैश्विक स्तर पर कुछ घटनाओं को लेकर सवालों के घेरे में आ चुका था पर भारत सरकार के रुख ने इन सभी को ...
देखो भई, कुछ भी कहो, इस बार भाजपा ने गजब रायता फैलाया। अच्छा भला कानपुर में हिंसा भड़काने वालों को योगी प्रशासन कूट रही थी, PFI और उनके वामपंथी समर्थकों के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय ने तांडव करने की पूर्ण व्यवस्था कर ली, परंतु भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी की ...
भारत के पास 1.5 लाख डाकघरों का विशाल नेटवर्क है। हालांकि, इन डाकघरों का बहुत कुशलता से उपयोग नहीं किया जा रहा है और पिछले कुछ वर्षों में इनका घाटा बढ़ रहा है। पत्र और पैसा भेजने का कारोबार और बाजार डिजिटलीकरण के कारण खो गया है। डाक विभाग विशेष ...