प्रिय हिंदुओं, अपने मित्रों का चयन बहुत सोच-समझकर करें, कहीं आप मौत को दावत तो नहीं दे रहे हैं
जब आपका घनिष्ठ मित्र ही आपका दुश्मन हो जाए तो समझ जाइये कि वो कभी आपका मित्र था ही नहीं। हालिया घटनाक्रमों की बात करें तो पता चलता है कि क्यों आज के समय में मित्र और...