Vishal Nadda

Vishal Nadda

विशाल नड्डा न सिर्फ राजनीति के विभिन्न कारकों पर पैनी नजर रखते हैं, बल्कि वो सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, राजनीतिक मनोविज्ञान, धर्म-संस्कृति जैसे विषयों पर उनकी रुचि लेखन के क्षेत्र में भी खींच लाई है.
उनसे vishalnadda82@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है

प्रवासी ‘दर्जी’ हिमाचल की महिलाओं के लिए खतरा

आजकल चर्चा में ये बातें होना बहुत आम है कि हमारे समाज में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहे हैं, पढ़े-लिखे सड़कों पर भटक रहे हैं और बड़ी-बड़ी डिग्रियां लिए लोग...

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

भारत में आदिकाल से ही नारी को शक्ति या नारायणी कहा गया है। आने वाले नवरात्रि पर्व में नौ दिनों तक शक्ति की उपासना की जाएगी । जहाँ तक हिमाचल प्रदेश की बात है तो यहाँ पाँच...

14 अगस्त: अखंड भारत संकल्प दिवस

“भारत आज से नहीं, युगों-युगों से है”,  यह वाक्य केवल एक भाव नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक चेतना का प्रतीक है, जो भारत को केवल एक भौगोलिक सत्ता नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक सत्ता के रूप में देखता...