महाभारत के ‘पाँच पांडव” और आज के युग के संघ के ‘पाँच परिवर्तन’
संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। पूरे भारतवर्ष में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम हो रहे हैं । इन सौ वर्षो में संघ ने बिना किसी दिखावे के सतत चलते हुए समाज में...
विशाल नड्डा न सिर्फ राजनीति के विभिन्न कारकों पर पैनी नजर रखते हैं, बल्कि वो सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, राजनीतिक मनोविज्ञान, धर्म-संस्कृति जैसे विषयों पर उनकी रुचि लेखन के क्षेत्र में भी खींच लाई है.
उनसे vishalnadda82@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है
संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। पूरे भारतवर्ष में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रम हो रहे हैं । इन सौ वर्षो में संघ ने बिना किसी दिखावे के सतत चलते हुए समाज में...
आजकल चर्चा में ये बातें होना बहुत आम है कि हमारे समाज में बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहे हैं, पढ़े-लिखे सड़कों पर भटक रहे हैं और बड़ी-बड़ी डिग्रियां लिए लोग...
भारत में आदिकाल से ही नारी को शक्ति या नारायणी कहा गया है। आने वाले नवरात्रि पर्व में नौ दिनों तक शक्ति की उपासना की जाएगी । जहाँ तक हिमाचल प्रदेश की बात है तो यहाँ पाँच...
“भारत आज से नहीं, युगों-युगों से है”, यह वाक्य केवल एक भाव नहीं, बल्कि उस ऐतिहासिक चेतना का प्रतीक है, जो भारत को केवल एक भौगोलिक सत्ता नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक सत्ता के रूप में देखता...


©2025 TFI Media Private Limited