सिनेमा

“हिंदी फिल्मों में हिंदी ही नहीं है”, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, अजय देवगन के बाद अब मनोज वाजपेयी ने उठाए सवाल

हम हिन्दी सनीमा में हिन्दी ढूंढ रिये हैं। मिल नहीं रही है भाई। कहीं है तो दिखा दो। हिन्दुस्तानी मिल जाएगी, पंजाबी मिल...

बॉलीवुड को अब अकेले पंकज त्रिपाठी बचा सकते हैं, प्रस्तुत है उनका अकाट्य समाधान

गंगूबाई काठियावाड़ी – फ्लॉप, बच्चन पाण्डेय – फ्लॉप, शमशेरा – फ्लॉप, लाल सिंह चड्ढा – सुपरफ्लॉप, और ब्रह्मास्त्र – भाई रहने दो, क्या...

गुजराती फिल्म ‘छेलो शो’ क्या ऑस्कर के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि है?

जब अपना ही सिक्का खोटा हो तो किसी और को क्या ही दोष दिया जाए। फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया जन्मजन्मांतर से वही फिल्में...

पेश है बॉलीवुड की प्रथम 300 करोड़ी फ्लॉप – ब्रह्मास्त्र

देवियों और सज्जनों, स्वागत है आप सबका बॉलीवुड के रंगमंच पर, इन्होंने इस वर्ष हमारा भिन्न-भिन्न प्रकार से मनोरंजन किया है, क्योंकि उच्चतम...

बॉलीवुडियों को आदिपुरुष से सीखना चाहिए कि कैसे करें फिल्मों का प्रमोशन

“मार्केट में सबसे बड़ा जोखिम होता है जोखिम न लेना”, स्कैम 1992 का यह संवाद भारतीय फिल्म उद्योग पर शत प्रतिशत लागू होता...

‘ब्रह्मास्त्र ने पहले दिन कमाए 75 करोड़’, भक्क! जनता को उल्लू बनाना कोई इनसे सीखे

करण भाई के हाथ एक मस्त स्कीम लगी है। इनकी फिल्म को वैसे भी कोई कौड़ी का भाव नहीं देता, कॉर्पोरेट बुकिंग और...

करण जौहर ने सारी सीमाएं लांघते हुए खुलेआम अपने विनाश को आमंत्रण दिया है

देखो भई करण, तुम आदमी जैसे भी हो, परंतु यह काम नहीं करना चाहिए था। जयकान्त शिकरे जैसा एटीट्यूड केवल जयकान्त शिकरे पर...

आमिर खान को गुलशन कुमार की बायोपिक से निकाला जा चुका है, करना चाहिए इन 5 को ट्राई

कहते हैं कि भोर से पूर्व का अंधकार सबसे गहरा प्रतीत होता है और कहीं न कहीं इसी अंधकार में छुपे होते हैं...

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