बेशर्मी और नीचता दिखाने में कोई अधिक अंतर नहीं होता है, बस इतना है कि बेशर्मी को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है पर...
आवेश में आकर कैसे स्वयं की ही फजीहत करायी जाती है यह कोई NDTV की रॉय दंपत्ति से सीखे। जब से भारतीय अरबपति...
झटका कभी भी, किसी को भी लग सकता है। झटके लगने के कारण अलग हो सकते हैं, कारक भिन्न हो सकते हैं पर...
स्वघोषित ईमानदार पार्टियों में से एक आम आदमी पार्टी और उसके नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार कितनी ईमानदार हैं वो हाल के कुछ समय...
एक बहुत प्रचलित कहावत है कि जब गीदड़ की मौत आती है तो वह शहर की ओर कूच करता है। यह कहावत कथित...
आतंकियों को पहले पाला जाता है और फिर जैसे-तैसे उनको उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाता है फिर उनकी मज़ारों को सजाया जाता है।...
प्रजा त्रस्त, राजा मस्त, वर्तमान समय में यह कहावत झारखंड की स्थिति पर एकदम सटीक बैठती है। इसमें लेश मात्र संदेह नहीं है...
वामपंथी कब किसके प्रति अपना व्यवहार बदल लें कहना मुश्किल है। कुछ ऐसा ही हाल भारत में वामपंथ का झंड़ा बुलंद करने वाली...
तकनीकी सरलीकरण से ज़्यादा आज तकनीकी पुनर्प्रयोग पर ज़ोर देने का माहौल बन गया है। यह ज़रूरी भी है क्योंकि किसी भी आविष्कार...
लड़के हैं गलती हो जाती है, यह कहा था उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने। इसका परिप्रेक्ष्य...
नर्मदा बचाओ आंदोलन, इन तीन शब्दों का हमारे बचपन से कुछ न कुछ नाता तो अवश्य है। यदि कभी इसमें भाग न लिया...
करे कोई और भरे कोई। कुछ ऐसा ही हाल है आज भारत का, जहां उसे उसके ही लोग यह कहते दिखते हैं कि...
©2025 TFI Media Private Limited