पाकिस्तान में कुछ भी संभव हैं। यहां मुर्दा लोग भी सालों बाद जिंदा हो सकते हैं। पाकिस्तान अब तक तो अपने यहां केवल...
सोशल मीडिया को जिहादी सेंटर बना उसका उपयोग जिहाद करने और कट्टरता फैलाने का काम इन दिनों आम हो चला है। नूपुर शर्मा...
कहते हैं कि इतिहास किंवदंतियां बन जाएंगे और किंवदंतियां मिथक बन जाएंगी। लेकिन इन मिथकों को ही एक बार फिर इतिहास सिद्ध करने...
न्याय देर सवेर ही सही पर जब मिलता है तो निखार लाता है। 2002 के गुजरात दंगों में आरोपित होने के बाद से...
सब कुछ बदल सकता है पर भारत के एक गुट का खालिस्तान बनाने का सपना और खालिस्तानी प्रेम कभी नहीं बदल सकता। यूँ...
जब देश पर कोरोना महामारी का साया छाया, तो गरीब लोग भूखे पेट न सोएं, इसलिए मोदी सरकार द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न...
किसी ने सही ही कहा है, व्यक्ति की पांचों उंगलियां और समय कभी एक समान हो ही नहीं सकता। ये कब पलट जाए...
बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी! शिवसेना के बारे में अभी तक तो सबकी सोच यही है कि कब तक सत्ता बचेगी...
जब हाथों से चीजें फिसलने लगती हैं तो आमतौर पर लोग बौखला जाते हैं। इसी बौखलाहट में कुछ लोग बेफिजूल का गुस्सा दिखाने...
विवाद, तकरार और वरुण गाँधी पुराने और घनिष्ठ मित्र रहे हैं. एक दूजे के बिना अधूरे. इसलिए तो जहाँ वरुण हों वहां कोई...
यही रात अंतिम, यही रात भारी। शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार के लिए इन दिनों हर रात अंतिम और हर रात भारी प्रतीत हो...
डर बिकता है, अगर साधारण से खांसी जुखाम को भी बड़े-बड़े शब्दों में बोलकर महामारी की तरह दिखाया जाए तो लोग जुखाम से...
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