केजरीवाल के लिए दो साल की जेल?
अरविन्द केजरीवाल, एक ऐसी शख्सियत जिसे देश का बच्चा-बच्चा पहचानता है इसलिए नहीं की वे काफी मेहनती और ईमानदार छवि के नेता हैं बल्कि इसलिए कि अराजकता और झूठ की राजनीति करने में इनका कोई सानी नहीं है। केजरीवाल ...
अरविन्द केजरीवाल, एक ऐसी शख्सियत जिसे देश का बच्चा-बच्चा पहचानता है इसलिए नहीं की वे काफी मेहनती और ईमानदार छवि के नेता हैं बल्कि इसलिए कि अराजकता और झूठ की राजनीति करने में इनका कोई सानी नहीं है। केजरीवाल ...
कहते हैं कि परिवर्तन ही संसार का नियम है, मैं भी इस कथन में गहरा विश्वास रखता हूँ क्योंकि अगर कुछ चीजों को हमने समय रहते नहीं बदला तो फिर ये हमारे लिए मुश्किलें पैदा कर सकती हैं। परिवर्तन ...
उत्तर प्रदेश के राजनैतिक समीकरण पिछले एक दशक में कुछ इस प्रकार के फेरबदलों से गुज़रे हैं, की जहाँ एक तरफ कॉंग्रेस और भारतीय जनता पार्टी बहुमत मे आने की भरपूर कोशिशों के बावजूद काफ़ी हद तक हाशिए पर ...
आपके व्यक्तित्व की चमक अक्सर आपकी भाषा शैली,सादगी, निडरता एवं दृढ निश्चयिता से झलकती है| जब भी आप किसी गलत कार्य एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरोध में अपने स्वर ऊँचें करते है उस समय जनता को एकजुट ...
विश्व के सबसे बड़े पांच धर्म हैं हिंदू धर्म, ईसाइयत, इस्लाम, बुद्धिज़्म और जुडिस्म (यहूदी धर्म)। इन सभी धर्मो को अधिकारिक रूप से मानने वाला कोई ना कोई देश अवश्य है। अर्थार्त इन देशों ने अपने संविधान में अपना ...
भारत देश आज एक गंभीर समस्या से जूझ रहा है| वह समस्या जो पाक अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से शुरू हुयी है| पूर्व में आपने टीवी, रेडिओ और विभिन्न समाचारपत्रों में ...
भारत में लोगों को जिसका इंतज़ार था सेना ने बड़ी ही समझदारी से वो एक्शन लिया है. बुधवार रात में भारत ने LoC पर पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक में एक साथ 5 जगहों पर धावा बोला. मीडिया में ...
बलूचिस्तान में लगातार पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे है और इससे अंजान , “चाइना की जान” ,पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ , कश्मीर और बुरहान वानी का मुद्दा उठा रहे है , वैसै वो अपना गिरा हुआ ज़मीर ...
15 अगस्त 1947 को हमारा देश आज़ाद हुआ. और आज़ादी के साथ ही यह प्रश्न उठा क़ि इस बहुभाषी, विविध संस्कृति समेटे राष्ट्र की राजभाषा क्या होगी ? संविधान सभा के सदस्यों के काफी विचार-विमर्श के बाद 14 सितंबर ...
हमारे देश में 'धर्म' को लेकर खूब बवाल मचता है, इसी के नाम पे वोट बैंकों की राजनीति खूब फलती-फूलती है और नफरत और उन्माद फैलाना तो बहुत छोटी बात है। हमारे यहाँ हिंदुत्व की कुरीतियां उजागर कर, बतलाकर, ...
मानवीय गरिमा को सुनिश्चित करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को ज़रूरी माना गया हैं. नागरिकों के नैसर्गिक अधिकारों के रूप में उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं को संरक्षित करना, ताकि मानव के व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास हो सके और उनके ...
भुवनेश्वर। उत्तर में महानदी, दक्षिण में दया और पश्चिम में कुआखाइ नदी से घिरा हुआ शहर। काफी शांत और धार्मिक जगह है, साथ ही में शिक्षण संस्थानों का भी गढ़ है भुवनेश्वर। आप अगर भुवनेश्वर गए हुए हैं तो ...
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