अब गाजीपुर में महागठबंधन की रैली में हंगामा, माया-अखिलेश के सामने ही SP-BSP कार्यकर्ताओं में हुई खूब मारपीट
राजनीति में ना तो कोई स्थायी दोस्त होता है, और ना ही कोई स्थायी दुश्मन, इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमें तब देखने को मिला जब एक दूसरे के धुर-विरोधी रहे अखिलेश और मायावती अपने सभी राजनीतिक मतभेदों को भुलाते ...