UPA द्वारा पोषित NPA अब अपने अंत की ओर अग्रसर है
नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने कार्य शुरू किया: लोगों को लगता है कि नयी सरकार बनने पर उसे जनता की सेवा करने के कई अवसर मिलते हैं। हां ये कहना गलत तो नहीं होगा लेकिन नई सरकार को जहां ...
नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ने कार्य शुरू किया: लोगों को लगता है कि नयी सरकार बनने पर उसे जनता की सेवा करने के कई अवसर मिलते हैं। हां ये कहना गलत तो नहीं होगा लेकिन नई सरकार को जहां ...
स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम आपको बातएंगे उत्तर प्रदेश की राजधानी कहाँ है एवं इससे सबंधित अनसुने इतिहास के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे निवेदन है कि यह लेख अंत तक जरूर ...
समय स्वयं में एक अद्भुत चमत्कार लिए हुए है और वह चमत्कार है बदलने का, समय का बदलना भले ही आपको सामान्य प्रक्रिया लगे किंतु उसका प्रभाव सदा मूल्यवान होता है। यह समय और भारत का अथक परिश्रम ही ...
भारत एक मिश्रित अर्थव्यवस्था है जो बहुत बड़ी मात्रा में निजी-सार्वजनिक भागीदारी प्रदान करती है। एक राष्ट्र के रूप में यह अपने नागरिकों की आर्थिक और सामाजिक भलाई की रक्षा और बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित करता है। ...
"भारत एक सेक्युलर यानी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है" यह शब्द सुनने पर यदि कोई सबसे अधिक आक्रोशित होता है तो वो है भारत का हिंदू समुदाय। हिंदू समाज का एक वर्ग ऐसा है जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से केवल ...
मैं दार्शनिक नहीं हूं लेकिन इतना अवश्य कहूंगा कि विस्थापितों का शहर दिल्ली सांस लेने के लिए तड़प रहा है। दिल्ली का दम घुट रहा है। दिल्ली मर रही है। गुरुग्राम- ख़त्म होने के लिए ही बसा है। नोएडा ...
विभाजन से पहले और बाद में भी भारत को खंडित करने वाली ताकतें हमेशा से ही मौजूद रही हैं। देश को पहली बार तोड़ने का षड्यंत्र मोहम्मद अली जिन्ना ने रचा था और वो अपनी इस षड्यंत्र में सफल ...
राजनीति अनिश्चितताओं का खेल हैं। यहां कब कौन अपने शिखर पर पहुंच जाए और कौन अपने अंत के कगार पर जा पहुंचे कहा नहीं जा सकता। शायद तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ...
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना उन कांग्रेसियों से सीखना चाहिए जो आका के सामने नंबर बनाने के चक्कर में कुछ भी बोल देते हैं। कांग्रेस की हालत कुछ ऐसी ही है जहां गुलाम नबी आज़ाद जैसे नेता वर्षों पुराना ...
हर चुनाव किसी न किसी के केंद्र में ही संपन्न होता है। हर पार्टी एक बिंदु तय कर लेती है कि इसके इर्द-गिर्द ही वो चुनाव लडेंगे और जीतेंगे भी। कर्नाटक में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे ...
देश का सबसे पिछड़ा राज्य यानी बिहार जहां के एक नेता को सुशासन बाबू कहा जाता है लेकिन असल में यह नेता कुशासन का पर्याय बनकर रह गए है। मुख्यमंत्री पद से प्रेम और प्रधानमंत्री बनने की चाह में ...
कहानी की शुरुआत होती है दिसंबर 1971 से, जब भयंकर ठंड में कोहरे की ऐसी चादर बिछी थी जिसमें कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन खून में जोश और जज़्बा भी कम नहीं था. यह कहानी है ...
©2024 TFI Media Private Limited