हिंद महासागर में अंतत: भारत ने अपना कब्जा जमा ही लिया
कई बार वस्तु अपनी होते हुए भी जब तक आप उसपर अपना अधिकार व्यक्त नहीं करते, तब तक कोई आपका प्रभुत्व उसपर स्वीकार नहीं करता. ऐसा ही कुछ भारत के साथ हिंद महासागर में हुआ. हिन्द महासागर जो कि ...
कई बार वस्तु अपनी होते हुए भी जब तक आप उसपर अपना अधिकार व्यक्त नहीं करते, तब तक कोई आपका प्रभुत्व उसपर स्वीकार नहीं करता. ऐसा ही कुछ भारत के साथ हिंद महासागर में हुआ. हिन्द महासागर जो कि ...
क्या कभी सोचा है, ऐसा भी संभव था कि इंदिरा गांधी ने जो आपातकाल लगाया था वह शायद इतिहास के पन्नों में दर्ज ही नहीं हो पाता? हां, यह काफी हद तक सिमट सकता था यदि इंदिरा गांधी बॉर्डर ...
आपातकाल लगाने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तानाशाही के दम पर देश के संविधान में एक शब्द जोड़ा था, सेकुलरिज्म... और आज यह शब्द देश के लिए सबसे बड़ी समस्या बन गया है। वामपंथियों की स्वीकारोक्ति पाने ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से सत्ता संभाली है, वो कई मिथकों को तोड़ते आ रहे है। ऐसा माना जाता है कि देश के जितने भी प्रधानमंत्री 10 साल या उससे अधिक वक्त तक सत्ता पर कायम रहे हैं, ...
एक बात तो माननी पड़ेगी कि कंगना रनौत जैसी भी हों अपने रोल में पानी की भांति ढलने योग्य अवश्य हैं। हाल ही में उनकी आगामी फिल्म 'इमरजेंसी' का फर्स्ट लुक सामने आया जिसमें कंगना ने इंदिरा गांधी के ...
इतिहास में बड़े-बड़े फन्ने खां आपने देखे होंगे परंतु कुछ ऐसे भी फेंकू हैं जिनके कारनामे देखकर आपको समझ नहीं आएगा कि हंसे या रोएं। देखो भाई, स्ट्रगल सबके जीवन में किसी न किसी प्रकार के आए ही होंगे, ...
कांग्रेस कितनी बढ़िया चयनकर्ता है वो उसके राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के उम्मीदवारों से साफ़-साफ़ प्रदर्शित होता है। जिस प्रकार उम्रदराज़ उम्मीदवार होने के साथ ही विवादित बयानों के पुलिंदे बाहर आ रहे हैं उससे प्रतीत हो रहा है कि ...
यूं तो दिवंगत हो चुके नेताओं का कोई राजनीतिक सरोकार नहीं रह जाता है पर कई बार कुछ नेता अहमद पटेल जैसे भी होते हैं जो अपनी मृत्यु उपरांत भी चर्चाओं और विशेषकर नकारात्मक चर्चाओं का केंद्र बने रहते ...
जब भी बात भारत के विदेश मंत्रियों की आती है तो दिमाग में सबसे पहला नाम डॉ एस जयशंकर का आता है. उनसे पहले देश के जो भी विदेश मंत्री रहे वे शायद ही किसी को याद हों लेकिन ...
कहते हैं कि जीतने का स्वाद सर्वोत्तम तभी है जब लोग आपके सर्वनाश की आशा लगाए हुए हो और शायद कंगना रनौत इस बात को सर्वाधिक गंभीरता से लेती हैं। निस्संदेह उनके विचारों और उनके प्रोफ़ाइल से कई लोग ...
“हम इसकी कड़ी से कड़ी निन्दा करते हैं....” यह लाइन हमने सोशल मीडिया पर कभी न कभी तो अवश्य सुनी होगी। पर इस लाइन का उपहास जितनी बार जाने अनजाने हम सभी ने उड़ाया है न, उस व्यक्ति के ...
गायक सिद्धू मूसेवाला के मरणोपरांत गीत 'एसवाईएल' से 31 साल बाद एक बार फिर सुर्खियों में आए आतंकवादी बलविंदर सिंह जट्टाना का नाम अब केवल गाने तक ही सीमित नहीं रह गया है. हाल ही में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक ...
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