अरविंद केजरीवाल ने स्वीकारा- वह सिसोदिया को सलाखों के पीछे चाहते हैं
वो कहा गया है न कि राजा कितना भी बड़ा दयावान क्यों न हो, जब उसे अपनी गर्दन शिकंजे में आती दिखायी पड़ती है तो वो अपनी जान बचाने के लिए विश्वासपात्र की बलि देने में तनिक नहीं झिझकता ...