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Duniya ke saat ajoobe

Tajmahal kahan Per Hai and Kaise Phuche in Hindi

Tajmahal kahan Per Hai? ताजमहल- ताजमहल भारतीय शहर आगरा में यमुना नदी के दक्षिण तट पर एक सफेद संगमरमर का मकबरा है। इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज महल की मकबरे के लिए शुरू किया गया था। प्रस्तुत लेख में हम आपको ताजमहल का एक ...

Nalanda University

यह शर्म की बात है कि नालंदा विश्वविद्यालय जैसी प्रतिष्ठित साइट का विकास के नाम पर शोषण किया जा रहा है

एक विरासत को बर्बादी की दिशा में धकेला जा रहा है लेकिन लोगों ने चुप्पी साधी हुई है। विरासतों और धरोहरों को संभालने के लिए विभिन्न प्रकार के कदम उठाए जाने चाहिए, लेकिन क्या ऐसा कुछ हो रहा है... नहीं कतई नहीं। आप सोच रहे होंगे कि आखिर हम किस ...

mainpuri

मैनपुरी के गणेशपुर गांव में खुदाई से मिले हथियार हिंदुओं की अत्याधुनिकता का प्रमाण देते हैं

कहते हैं कि इतिहास किंवदंतियां बन जाएंगे और किंवदंतियां मिथक बन जाएंगी। लेकिन इन मिथकों को ही एक बार फिर इतिहास सिद्ध करने के लिए प्रमाणों की आवश्यकता पड़ जाएगी. भारत के प्राचीन ग्रंथों, किस्से कहानियों में कई वीर और वीरांगनाओं का ज़िक्र मिलता है. उनकी वीरता और बहादुरी के ...

चारमीनार में नमाज के लिए कांग्रेस का अभियान, भाग्यलक्ष्मी मंदिर को बताया अवैध

चारमीनार में नमाज के लिए कांग्रेस का अभियान, भाग्यलक्ष्मी मंदिर को बताया अवैध

बेकार आदमी कुछ किया कर, कपडे उधेड़कर सिया कर।  आज कांग्रेस की स्थिति यही हो गई है। देशभर में बुरी हार झेल रही कांग्रेस मुद्दाविहीन होने पर अब सेक्युलर शब्द को ही भूल गई है। सत्य बात तो यह है कि अब कांग्रेस ‘हिन्दू-मुस्लिम’ भूल सिर्फ ‘मुस्लिम-मुस्लिम’ वाली राजनीति करने ...

मी लॉर्ड! हिंदुओं को पूजा करने का अधिकार भी नही है क्या ?

मी लॉर्ड! हिंदुओं को पूजा करने का अधिकार भी नही है क्या ?

न्याय की प्रतिमूर्ति देश के लिए सबसे पहले न्यायालय होते हैं। इसके बिना संविधान का अस्तित्व और उसको अमल में लाने की परिकल्पना एकदम निराधार समझी जाती है। न्याय के लिए सबसे पहले संविधान के अंतर्गत चलने वाले कोर्ट और संविधान को आगे पाया जाता है। ऐसा इसलिए भी है ...

शराबबंदी ने बिहार पुलिस को शराब के धंधे में धकेल दिया है!

शराबबंदी ने बिहार पुलिस को शराब के धंधे में धकेल दिया है!

बिहार में नीतीश सरकार द्वारा लाई गई शराबबंदी आज पूरी तरह से फ्लॉप हो गया है। आज बिहार में शराब माफियाओं का राज आ चुका है। बिहार में आज शराब माफिया ही नहीं बल्कि पुलिस भी शराब व्यापार में संलिप्त पाए जाते हैं। आपको बतादें कि आज फिर से नीतीश ...

दुनिया को ताजमहल की सच्चाई जानने की आवश्यकता क्यों है?

दुनिया को ताजमहल की सच्चाई जानने की आवश्यकता क्यों है?

आज हर कोई ताजमहल के उन 22 कमरों का रहस्य जानना चाहता है। हर कोई जानना चाहता है कि आख़िरकार उन कमरों को बंद क्यों किया गया है? ऐसा क्या है उन 22 कमरों में जो देश की जनता को नहीं बताया जा सकता? उन 22 कमरों में जो भी ...

Jagnaath puri

श्रीजगन्नाथ पुरी की पवित्रता सियासी खींचतान की शिकार नहीं होनी चाहिए

श्रीजगन्नाथ पुरी के पास कॉरिडोर बनाने के नाम पर ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण मंदिरों को तोड़ने का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने उच्च न्यायालय को बताया कि ओडिशा ब्रिज कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन ने विश्व धरोहर स्थल के आसपास मूत्रालय और क्लोक रूम ...

Martand Sun Temple

प्रिय ASI, मार्तंड सूर्य मंदिर पहले एक हिंदू मंदिर है और बाद में “आपका संरक्षित स्मारक”

भारत में सैंकड़ों वर्षों तक आक्रांताओं ने हिन्दू सभयता और हिन्दू संस्कृति का दोहन किया। हिन्दू मंदिरों को तोड़ आक्रांताओं ने मस्जिद और मज़ार का निर्माण कर हिन्दू आस्था को चोट पहुंचायी। देश का एक ऐसा राज्य जहां हिन्दुओं की बड़ी आबादी होने के बाद भी हिन्दुओं को उनकी ही ...

ज्ञानवापी सर्वेक्षण

भोलेनाथ हम आएंगे, मंदिर पूरा कराएंगे: ASI ने प्रारंभ किया काशी विश्वनाथ का सर्वे

होई वही जो राम रची राखा, अब कितने भी भूत-पिशाच दानव या राक्षस क्यों न आ जाएं प्रभु के काम में विघ्नकर्ता मुंह की खाते आए हैं और कलयुग में भी कुछ ऐसा ही है। पहले राम मंदिर पर अड़चन लगाने वाले कुत्सित सोच के जिहादी अब काशी विश्वनाथ मंदिर ...

कुतुब मीनार

गणेश जी नहीं छोड़ेंगे कुतुब कॉम्प्लेक्स और वहां का इतिहास धरती फाड़ कर निकलेगा

भारत भूमि पर आक्रांताओं द्वारा सैंकड़ों मंदिरों को ध्वस्त करके मस्जिद बना दी गई। केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद से हिन्दुओं की पुरानी संस्कृति और मदिरों के इतिहास को पुनर्जिवित करने के लिए सुचारु रूप से कार्य कर रही हैं। इसी क्रम में ध्रुव स्तम्भ को पुनः ...

मूर्तियों को संरक्षण की जरूरत है, हटाने की नहीं

मूर्तियों को संरक्षण की जरूरत है, हटाने की नहीं

इस्लाम अपने मूल स्वरूप में एक मूर्तिभंजक मजहब है। मक्का विजय के बाद मुसलमानों के पैगंबर मोहम्मद ने वहां स्थित सभी मूर्तियों को तुड़वा दिया था। इस्लाम के उदय के पूर्व अरबों के देवता हुबाल थे। 630 ईस्वी में मक्का विजय के बाद सबसे पहले मोहम्मद ने उनकी मूर्ति तुड़वाई ...

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