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बुध प्रदोष व्रत कथा महत्व एवं पूजन सामग्री

Budh Pradosh vrat Katha : बुध प्रदोष व्रत कथा महत्व एवं पूजन सामग्री  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Budh Pradosh vrat Katha साथ ही इससे जुड़े महत्व के बारें में भी चर्चा की जाएगी ...

ओमेज़ टैबलेट हिंदी में उपयोग एवं साइड इफेक्ट

Omez Tablet Uses in Hindi : ओमेज़ टैबलेट हिंदी में उपयोग एवं साइड इफेक्ट  स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे Omez Tablet Uses in Hindi साथ ही इससे जुड़े उपयोग एवं साइड इफेक्ट के बारें ...

कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया कि फ्लॉप हो गई भारत जोड़ो यात्रा?

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा समय में वायनाड से सांसद राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर रही है। 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई इस यात्रा का उद्देश्य भारत को एकजुट करना बताया ...

पारसी देश के सबसे धनाढ्य और सबसे उद्यमी अल्पसंख्यक हैं, साथ ही वंशवाद के ध्वजवाहक भी

ईरानी कैफे, वाडिया ग्रुप ऑफ कम्पनीज़, टाटा ग्रुप, इन सबमें समान बात क्या है? ये सब पश्चिमी भारत में उद्यमिता का अनुपम उदाहरण हैं और उसमें भी एक समुदाय के उत्थान का, जिसने विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आप ...

“उन्हें मजदूरी के लिए लाया गया था, वो मालिक बन गए”, मॉरीशस में भारतीयों के ‘चमत्कार’ की अद्भुत कहानी

आज हम आपको इस लेख में मॉरीशस में गिरमिटिया मजदूरों की कहानी से परिचित कराएंगे। कुछ पाठक हमारे ऐसे भी हो सकते जो इस नाम से परिचित भी न हो। ऐसे पाठकों की यह समस्या इस लेख को पढ़ने ...

“पहले सिनेमा हॉल में कमाओ, फिर देखेंगे,” OTT कंपनियों ने दबोचा बॉलीवुड का गला

संवाद 1- हैलो, हां ब्रो, क्या हुआ? बिहार पे सीरीज़ डालनी है? नीरज बाबू बनाएंगे? स्पेशल 26 वाले? एक्सेप्ट करो, अरे अगर मगर मत करो, वैसे धंधे के वांदे पड़े हैं तू बस हां कर, वैसे ही RRR के ...

अंबानी की झोली में गिरी एक और बड़ी कंपनी, अब इस विदेशी कंपनी का अधिग्रहण करेगी रिलायंस

कोरोना वायरस महामारी के बाद वैश्विक स्थिति कुछ ठीक नहीं है. भारत अन्य देशों के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में है. कई विदेशी कंपनियों की हालत डांवाडोल है और ये अभी तक उबर नहीं पाई हैं, जिसका असर उनके ...

मोदी सरकार ने पूर्वोत्तर को पूरी तरह से बदल दिया है

देश का एक हिस्सा ऐसा रहा है जिसे हमेशा से ही अलग नजरों से देखा जाता रहा हैं। देश की आजादी के दशकों बाद भी पूर्वोत्तर देश में ही अलग-थलग पड़ा रहा। लंबे समय तक पूर्वोत्तर के अधिकतर राज्य ...

पहले भारतीयों ने “चाय” को अस्वीकार कर दिया था, फिर ‘क्रूर पूंजीवाद’ ने सबकुछ बदल दिया

"अजी हम तो देसी हैं, हम चाय पीते हैं", इस वाक्यांश को आपने कई-कई बार सुना होगा, कभी न कभी स्वयं भी दोहराया होगा। हालांकि, यह बहुत कम लोगों को पता है कि चाय को लेकर दोहरायी जाने वाली ...

विजय देवरकोंडा को बॉलीवुड का लफाड़ी बनाने की पूरी पूरी योजना थी

“जब किसी का काम नहीं खराब कर सकते न, तो उसका नाम खराब करो!” ये संवाद न जाने क्यों हमारी मीडिया पर भी काफी सटीक बैठता है। एक ओर बॉलीवुड के भाग्य किस दिशा में जा रहे हैं, इसका ...

विशाल भारद्वाज- एक बेहतरीन फिल्मकार के पीछे छुपा है आस्तीन का सांप

कुछ लोगों को देखकर लगता है कि इनमें कला और कृति कूट-कूट कर भरी हुई है, रचनात्मकता इनका दूसरा नाम है। इनको देखकर लगता है कि ये न हों तो देश में कला ही न रहे, परंतु जब आप ...

रूस भारतीय कंपनियों का रेड कार्पेट बिछाकर स्वागत क्यों कर रहा है?

'आइए, रशिया में आपका स्वागत है', कुछ इसी अंदाज में रूस ने भारतीय कंपनियों के लिए अपने द्वार खोले हैं। दोस्ती की अगर कभी मिसाल दी जाएगी तो उसमें भारत और रूस का नाम शीर्ष पर आएगा। पश्चिमी दबाव ...

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