'जलवायु परिवर्तन' के लिए खोज परिणाम

देश में लगातार बढ़ती गर्मी का कारण क्या?

इस समय देश के कई राज्य भीषण गर्मी से झुलस रहे हैं। दिल्ली में तो इस साल पारे ने 48 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। दिल्ली का नजफगढ़ क्षेत्र देश का सबसे ...

देश में लगातार दवाइयों और व्यापार के लिए हो रहा औषधीय पौधों का दोहन।

दुनिया भर की विभिन्न चिकित्सा प्रणालियों में सदियों से विभिन्न रोगों के इलाज के लिए औषधीय पादपों का उपयोग किया जाता रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि दुनिया की 80 फीसदी आबादी अभी भी अपनी ...

अब UK और US नहीं ‘भा’ दिलाएगा परफेक्ट शू साइज।

भारत में जूते खरीदने के लिए अब तक जो साइज हम दुकानदार को बताते रहे हैं वह यूके द्वारा निर्धारित साइज है। जूतों के बाजार में अभी तक साइज के लिए कोई भारतीय मानक प्रणाली नहीं थी। लेकिन अब ...

ग्लोबल नॉर्थ-साउथ को अब अपने हिसाब से चला रहा भारत। 

भारत ग्लोबल साउथ का "नेतृत्व" ले रहा है लेकिन ग्लोबल नॉर्थ के साथ अपने संबंधों को भी मजबूत कर रहा है। यह भारत की अपने बाहरी संबंधों को "पुनः संतुलित" करने की नीति में फिट बैठता है। नॉर्थ  में ...

भारत ने क्यों की संयुक्त राष्ट्र को दी जाने वाली फंडिंग में भारी कटौती?

लंबे समय से UNSC की स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे भारत को संयुक्त राष्ट्र लगातार नजरअंदाज कर रहा है। इतनी कोशिशों के बाद भी संयुक्त राष्ट्र के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। ऐसे में भय ...

मियावाकी वृक्षारोपण विधि से कार्बन सिंक में मिलेगी मदद

कोयला/लिग्नाइट के उत्खनन और विपणन करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) ने देश में हरित अभियान को मजबूती से समर्थन दिया है। पीछले पांच वर्षों में इन उपक्रमों ने 10,784 हेक्टेयर से अधिक खनन क्षेत्र में दो करोड़ ...

भारत में भद्द पिटवाने के बाद मोदी सर्कार को मनाने चले ट्रूडो!

कनाडा में खालिस्तानी कट्टरपंथियों पर कोई कार्रवाई न करने के मामले में भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। G20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 दिनों में दुनिया के कई शीर्ष देशों के ...

अरवा, उसना, परिमल एवं अन्य भारतीय चावल वेरियंट्स, जो विलुप्ति के मार्ग पर है!

जब भारतीय चावल का उल्लेख होता है, तो हमारे मन मस्तिष्क में सर्वप्रथम छवि आती है बासमती चावल की. अपने लम्बे दानों और सुगन्धित प्रकृति के लिए चर्चित बासमती चावल का इस समय भारत पर वर्चस्व व्याप्त है. परन्तु ...

पीपल के पेड़ काटकर पाईन के पेड़ लगाना कोई समझदारी नहीं!

स्वच्छ और हरा-भरा वातावरण बनाए रखना निस्संदेह प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है, और हरित अभियान को अक्सर सही दिशा में एक कदम माना जाता है। हालाँकि, भारत में इन अभियानों की वास्तविकता एक चिंताजनक प्रवृत्ति को उजागर करती है: ...

कार्बन कर का भारत विरोध करता है, विकसित देशों की ‘वसूली’ बर्दाश्त नहीं की जाएगी

Carbon tax: कार्बन टैक्स प्रदूषण पर लगाए जाने वाला एक तरह का कर होता है। इस टैक्स को कार्बन-आधारित ईंधन जैसे कोयला, तेल, गैस के जलने से होने वाले प्रदूषण पर लगाया जाता है। कार्बन कर, जीवाश्म ईंधन के ...

वामपंथियों के सरगना जॉर्ज सोरोस मोदी विरोध में उल्टियां क्यों कर रहे हैं?

एक क्राइम सिंडीकेट है, जिसकी पूछ समस्त संसार में है। अब सिंडीकेट ऐसा है, तो उसका आका भी कोई ऐसा वैसा तो कतई नहीं होगा। वह भी कोई धूर्त, क्रूर व्यक्ति होगा, जिसके एक निर्देश पर संसार के किसी ...

विडंबना सिर पीटकर मर गई! Human Rights Watch को अपना कार्यालय खान मार्केट में खोल लेना चाहिए

Human Rights Watch Report: अमेरिका स्थित ‘ह्यूमन राइट्स वॉच’ नाम की एक वेबसाइट ने कई देशों की स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है जिसमें उसने भारत को भी शामिल किया है। इस रिपोर्ट में शिक्षा का अधिकार, ...

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