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तुकाराम ओंबले- वो शूरवीर जिन्होंने 26/11 को कांग्रेस द्वारा हिन्दुत्व षड्यंत्र बनाने से रोका

26 नवंबर 2008, यह दिन इतिहास के सबसे काले दिनों में गिना जाता है। इस दिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में समुद्र के रास्ते से आए आतंकियों ने आतंक मचा दिया था। पल-पल में मुंबई से हृदयविदारक तस्वीरें ...

26/11 मुंबई हमले के 11 साल: आप कितने गुनहगार हैं?

हेमंत करकरे, विजय सालस्कर, तुकाराम ओम्बले, मेजर संदीप। नाम याद है न? इनके अनेकों साथी, बलिदान याद है न? नहीं? आज की ताऱीख तो ध्यान में होगी ही या वो भी भूल गए? अगर ध्यान है तो भी एक ...

राम मंदिर का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या पड़ेगा असर

22 जनवरी 2024 को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई है। देश भर में एक उत्साह का वातावरण अभी भी है। हर व्यक्ति प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या में जाना चाहता था। यह ...

नहीं, TATA ने अपनी पहली MUV कार का नाम सूमो पहलवानों के नाम पर नहीं रखा

प्रतिष्ठित वाहनों के क्षेत्र में, एक नाम सबसे ऊपर है: टाटा सूमो। 90 के दशक की स्मृतियों को ताजा करते हुए, यह प्रभावशाली मल्टी-यूटिलिटी वाहन (एमयूवी) एक समय कई भारतीय राज्यों के लिए एक प्रतिष्ठित स्टेटस सिंबल था। परन्तु ...

जब चीन टेराकोटा की खोज कर रहा था, उससे सदियों पहले भारत उसके खिलौने बना रहा था

जब मानव सभ्यता के इतिहास का अध्ययन और विश्लेषण करने की बात आती है तो हमारे सामने तथ्यों से भरा अथाह सागर प्रकट हो जाता है जिसे देखकर अधिकतर विश्लेषणकर्ता सोच में पड़ जाते हैं। परंतु इतिहास को अगर ...

संजय खान – सौम्य से दिखने वाला वो व्यक्ति जिसके पीछे छिपा था ‘हैवान’

“गरीबों की सुनो, वो तुम्हारी सुनेगा, तुम एक पैसा दोगे, वो दस लाख देगा” बंधुओं, मीठा ज़हर का सिद्धांत तो सुना ही होगा, परंतु चलता फिरता मीठा ज़हर कभी देखा है? यदि नहीं, तो फिर आपने शाह अब्बास अली ...

शिवराज पाटिल- एक ऐसे गृह मंत्री जिनके रहते मालेगांव जैसी त्रासदी हुई और 26/11 तक रोक नहीं पाए

सेवा और चाटुकारिता में स्पष्ट अंतर होता है। जब सेवा की जाती है, तो वो इच्छा से होती है, उसमें अपनापन भी होता है और कभी न कभी उसके परिणाम अप्रत्याशित होते हैं। परंतु चाटुकारिता के परिणाम कभी भी ...

गुमनाम नायक: रासबिहारी बसु भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के ‘गॉड फादर’

“मुझे तोड़ लेना वनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक, मातृभूमि पर शीश चढ़ाने, जिस पथ जावें वीर अनेक!” कवि माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित ‘पुष्प की अभिलाषा का ये ओजस्वी अंश उन अनन्य वीरों को समर्पित है, जिन्होंने देश ...

श्रीलंका की बर्बादी के पीछे अकेला चीन ही अपराधी नहीं है

श्रीलंका की स्थिति दिनों दिन बद से बदतर होती जा रही है। आज श्रीलंका दशकों में अपने सबसे खराब वित्तीय संकट से जूझ रहा है। लाखों लोग भोजन, दवा और ईंधन खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खाद्य ...

ख़तरनाक है टिश्यू पेपर का इस्तेमाल, अब इसे कबाड़ में फेंकने का वक्त आ गया है

जब आपको अपना चेहरा साफ करने या खाना खाने के बाद हाथ पोंछने के लिए किसी चीज़ की आवश्यकता हो, तो क्या आप कपड़े का उपयोग करेंगे या फिर टिश्यू पेपर का? आज का जैसा माहैल है उस परिदृश्य ...

चीन बड़ी ही बेशर्मी से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के समर्थन में लगा है

पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत के लिए सदैव ही आतंकवाद के लिहाज से एक मुसीबत ही रहा है वो तो भारत है जो इस धूर्त पड़ोसी के सामने हिम्मत के साथ डटा हुआ है और उसकी हवाइयां उड़ा रहा है। ...

राहुल की ‘चापलूसी’ में लगे रहे पायलट, फिर भी बैनर-होर्डिंग में नहीं मिली जगह

आप में से बहुत से लोगों ने ‛अंदाज अपना अपना’ फिल्म देखी होगी। कुछ दृश्य आमिर खान और सलमान खान परेशरावल को गुंडों से छुड़ाने जाते हैं। आमिर खान और सलमान खान परेशरावल को लूना पर बैठने को कहते ...

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