एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के अपने अधूरे सपने पर योगी आदित्यनाथ की निगाहें पड़ गई है
नेताओं की बात निराली, कुर्सी पाते ही जनता पराई कर डाली। अब ये कथन उत्तर प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में तो बिलकुल भी नहीं संदर्भित किया जा सकता है। चुनावी वर्ष आते ही वादों का पिटारा, योजनाओं का संदूख खुल ...