'हिंदू आतंकवाद' के लिए खोज परिणाम

जब भारत में नहीं मिली नौकरी, अफरीदी ने कहा कश्मीर मुद्दे में संयुक्त राष्ट्र करे हस्तक्षेप

नोट: इस लेख की सामग्री को देखते हुए ऐसा लगेगा कि एक ओपन लैटर लिखना उचित होता। परन्तु, लेखक पाकिस्तान अथवा किसी भी पाकिस्तानी को लैटर भेजने योग्य नहीं मानता। खुद को जनता के सामने एक पड़ोसी प्रेमी और ...

2018 चुनाव: भाजपा इन 4 बड़े राज्यों में से कम से कम 3 राज्य जीतने को तैयार दिख रही है

भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गुजरात और हिमाचल जैसे राज्यों में विपक्ष धुल चटाते हुए अब 2018 चुनावों के लिए चरम सीमा पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं, जहां वे न सिर्फ पूर्वोत्तर के रूप में एक ...

राहुल गाँधी के धर्म का ऐसे इस तरीके से उजागर होना, कांग्रेस के ताबूत में अंतिम कील

29 नवंबर 2017 उम्मीद से और भी ज्यादा रोमांचक हो गया। नेहरू के वंशज, राहुल गाँधी ने हिंदुओं के बीच अपनी छवि को सुधारने और भाजपा के हिंदुत्व के जवाब में अपने एजेंडे “सॉफ्ट हिंदुत्व” को फैलाने के लिए ...

आकर्षक जीवन, पैसे और नए देश के सपने: ऐसे मजबूत कर रहा है खालिस्तान आन्दोलन को पाकिस्तान

आइए, इन चार सफल सिखों मीमपाल सिंह, मनिंदर सिंह, महिंदर पाल सिंह और हरचरण सिंह से भेंट करें। २००८ में, मीमपाल सिंह पहले ऐसे सिख थे, जो पाकिस्तान में एमबीबीएस डॉक्टर बने, मनिंदर सिंह  पहले ऐसे सिख थे, जिन्होंने ...

रोहिंग्याओं को बसाने के लिए सरकार पे बहुत दबाव था, पर सरकार ने जो किया उससे सबके होश उड़ गए

सासानी साम्राज्य के पतन के बाद आक्रमणकारियों की सेना जिनके सर पर खून सवार था उनके द्वारा पारसियों के क्रूर उत्पीड़न का इतिहास गवाह रहा है। आठवीं और दसवीं सदी के बीच कुछ भाग्यशाली पारसी नरसंहार से बचकर संजन ...

आखिरकार! केरल में बीजेपी के दो बड़े झटके जिन्होंने सीपीएम को बेचैन, बहुत बेचैन कर दिया है

यह कन्नूर का समुद्र तट है जो केरल राज्य पर सीपीआईएम के दशकों लंबे प्रभाव का निशान है। हर कार्यकाल में सीपीआईएम के निरंतर शासन के कारण यहाँ की राजनीति साम्यवादी विचारधारा से काफी प्रभावित है। इसने राज्य के ...

एक अमेरिकी अखबार ने योगी आदित्यनाथ और एक हिन्दू सम्प्रदाय के बारे में की अभद्र टिप्पणियाँ

वैश्विक वामपंथी मीडिया हमेशा ही परंपरावादी नेताओं के प्रति रूखी रही है। उदारवादी सोच रखने वाले नेताओं को ये सिर आँखों पर बैठाते हैं, और इनके हर गुनाह को नज़रअंदाज़ कर इन्हें लोकतन्त्र के मसीहा के तौर पर चित्रित ...

आप जीभ का स्वाद नही छोड़ सकते तो हम अपनी श्रद्धा का विषय कैसे छोड़ दें?

इसराइल ने जब-जब हमास के आतंकवादियों को मारा हमने हर बार उन मरने वाले फ़लस्तीनियों के लिए आपको विलाप करते देखा। म्यांमार ने जब रोहिंग्या मुस्लिम समुदाय को मारा तो आपने आसाम से लेकर मुंबई के आज़ाद मैदान तक ...

आज इन्होने एक मूर्ति तोड़ी है, कल मंदिर तोड़ेंगे

दिसंबर 1992, बाबरी विध्वंस। अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर स्थित बाबरी मस्ज़िद रुपी विवादित ढाँचा को गिराया गया था। तब से लेकर अब तक इस एक कृत्य के लिये आज भी उंगली उठायी जाती हैं। एक बाबरी गिरने ...

ज़ायरा वसीम केस में कहा मर गए असहिष्णुता के पैरोकार?

अगर असहिष्णुता ब्रिगेड का दोगलापन जानना हो तो इससे बढ़िया कोई समय नहीं हो सकता। मोटी ऐनक के पीछे छिपी, मेढकनुमा आँखों वाले इन बुद्धिजीवियों की प्रतिक्रियाएं कितनी पक्षपाती हैं, इनकी दलीलें कितनी खोखली हैं, इनके आदर्श कितने नकली ...

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देशद्रोह की दूकान खोलना कितना जायज़ है?

मानवीय गरिमा को सुनिश्चित करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को ज़रूरी माना गया हैं. नागरिकों के नैसर्गिक अधिकारों के रूप में उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं को संरक्षित करना, ताकि मानव के व्यक्तित्व के सम्पूर्ण विकास हो सके और उनके ...

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