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राष्ट्रपति चुनाव में आडवाणी जी के हाव-भाव देख आपको दया आई? ये पढ़कर नहीं आएगी

20 जुलाई 2017 – भारत के 14वें राष्ट्रपति के नाम पर चल रही चर्चा और कशमकश पर विराम तब लग गया, जब विपक्ष की राज दुलारी, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को तबीयत से धोते हुये, केन्द्रीय सरकार के ...

इन महानुभाव ने सबसे पहले शुरू की थी काँग्रेस मुक्त भारत की प्रक्रिया

जब बात काँग्रेस के विध्वंस की हो, और ‘काँग्रेस मुक्त भारत’ के सपने को पूरा करने की हो, तो यह अवश्यंभावी की हम उस मनुष्य को याद करें, जिसने इस सुनहरे अभियान की नींव रखी थी। आज कोंग्रेसियों की ...

इन्दु सरकार के खिलाफ काँग्रेस का आधिकारिक बयान आया है, जो काँग्रेस के अस्तित्व की तरह ही एक चुटकुला है

कई क्षेत्रों में काँग्रेस पार्टी को मुग़लों और अंग्रेजों के बाद तीसरे बड़े कब्ज़ेदार के तौर पर देखा जा रहा है। ठीक है, उनका शासन एक लगभग लोकतान्त्रिक प्रणाली में पला बढ़ा जो लगभग 60 सालों तक कभी चला, ...

भारतीय सिनेमा इंडस्ट्री: जैसे फिल्में बनाने वाले, वैसे ही फिल्में देखने वाले

जब भी हॉलीवुड ‘ए ब्यूटीफूल माइंड’, या ‘द मैन हू न्यु इन्फ़िनिटि” जैसे यादगार फिल्म बनाते हैं, हमारे मन में एक सवाल आता है:- भारतीय सिनेमा बायोपिक्स बनाने में इतना धीमा क्यूँ है? प्रेम रस की सुंदरता बखान करने ...

इंदु सरकार फिल्म ट्रेलर की आठ तस्वीरें जो कांग्रेस की नींदें उड़ा रही होंगी

स्वतंत्र सिनेमा बॉलीवुड के लिए कोई नई बात नहीं है। उस समय से लेकर, जब कभी वामपंथ से प्रेरित चेतन आनंद की फिल्म ‘नीचा नगर’ ने कांस फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरुस्कार जीता था, वर्तमान काल में, ...

दो टीवी चैनलों ने के चंद्रशेखर राव का मज़ाक उड़ाया, बदले में जो उन्होंने किया वो जानकार आप मोदी जी के धैर्य की और प्रशंसा करेंगे

एक बार जब मीडिया ने केसीआर पे उंगली उठाई, तो केसीआर ने राज्य में आपातकाल घोषित कर दिया। अरुण शौरी तब घोड़े बेच कर सो रहे थे। एडिटरस गिल्ड अब यह पढ़कर हैरान ज़रूर होगा, और होना भी चाहिए। ...

दो पत्रकारों ने एक साथ पत्रकारिता शुरू की, एक कहाँ पहुँच गया, और दूसरा कहाँ छूट गया

भारत में पत्रकारिता को 'माफिया' संस्कृति में ढालने वाले, वामपंथी विचारधारा के उद्देश्यों को खबरों के आवरण से ढक कर परोसने वाले, वामपंथियों की संस्थानों से निकले, राष्ट्रीयता की विछिप्त व्याख्या करते निर्लज्ज मस्तिष्कों को बुद्धिजीवी पत्रकार बनाने वाले ...

असली किसानो के ज़ख्मो पर नमक छिड़कती नकली किसानो की घटिया नौटंकी

जिस देश में 80% जनता कृषक हो वहाँ तो खेती की दशा कितनी उन्नत होनी चाहिए थी? पर खेती-किसानी की क्या दशा है, ये किसी से छुपी नही है। कोई भी ठोस या आमूलचूल परिवर्तन अबतक भारतीय खेती में ...

मिलिए तुर्की के निर्वाचित तानाशाह एर्डोगन से, इनकी ताक़त पूरे देश से ज्यादा है

आज विश्व में  कुल 195 देश है और अगर ताइवान को भी एक देश माने तो 196 देश है। इन 196 देशो में से एक देश है तुर्की। तुर्की की भौगोलिक स्थिति अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। तुर्की एक ऐसा ...

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