“मकां दुकां तो ठीक है, इनके हिस्से में FIR कब आएगी”, शायर cum जिहादी मुनव्वर राणा को अंदर करो
वर्ष 2014 के बाद से भारत में टुकड़े-टुकड़े गैंग का रोना रोने वालों की संख्या में बहुवृद्धि देखने को मिली है। फिर चाहे देश विरोधी नारे हों या धर्म के नाम पर फैलाई जा रही वैमनस्यता। देश विरोधी गतिविधियां ...