चीन बड़ी ही बेशर्मी से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के समर्थन में लगा है
पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत के लिए सदैव ही आतंकवाद के लिहाज से एक मुसीबत ही रहा है वो तो भारत है जो इस धूर्त पड़ोसी के सामने हिम्मत के साथ डटा हुआ है और उसकी हवाइयां उड़ा रहा है। ...
पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत के लिए सदैव ही आतंकवाद के लिहाज से एक मुसीबत ही रहा है वो तो भारत है जो इस धूर्त पड़ोसी के सामने हिम्मत के साथ डटा हुआ है और उसकी हवाइयां उड़ा रहा है। ...
देश में हर विभाग और हर क्षेत्र तक सरकार नहीं पहुंच पाती है, इसके लिए संविधान कुछ विशेष आयोगों की संरचना की स्वीकृति देता है। लेकिन यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि अब तक यूपीए शासन में इन आयोगों पर ...
भारत के उदारवादी और अलकायदा के प्रमुख अल जवाहिरी हिजाब के मुद्दे पर एक समान राय रखते हैं। जिस प्रकार भारत के उदारवादियों ने कर्नाटक हिजाब विवाद के समय मुस्कान खान नाम की लड़की की तारीफ की थी उसी ...
हर चीज़ का एक तय समय निर्धारित होता है,कुछ ऐसा ही पीएम नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद से देश ने देखा भी है। कहा जाता है जब कि जब समय-काल-परिस्थिति आपके पाले में हों तो सकारात्मक और ...
भारत में जब कोरोना ने दस्तक दी थी तो उस समय एक इस्लामिक संगठन को लेकर बहुत चर्चा हुई थी और वो संगठन था तब्लीगी जमातl इस संगठन के लिए भारत सरकार ने पहले ही स्पष्ट कह दिया था ...
टाइम्स ऑफ इंडिया झूठ और प्रपंच का एक मानक उदाहरण बन चुका है! अक्सर ही इस मीडिया हाउस को एक विशेष प्रोपेगेंडे को फैलाते देखा जा सकता है। अब इसने असम और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को ...
कहते हैं, बंद घड़ी भी दिन में दो बार सही समय दिखा सकती है। लगता है राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। हाल ही में इस संगठन ने अपने नाम को वास्तव में सार्थक ...
23 सितंबर को पीएम मोदी ने अमेरिका पहुँचकर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से बातचीत की। कमला हैरिस ने इस मौके पर स्वयं ही पाकिस्तान का मुद्दा उठाया और साथ ही साथ पाकिस्तान को आतंक का केंद्र भी घोषित ...
कल्पना कीजिए कि अलकायदा ने किसी देश पर नियंत्रण प्राप्त किया है। वहाँ सरकार का गठन होता है, और नेतृत्व ओसामा बिन लादेन के हाथ में, गृह मंत्रालय आयमान अल जवाहिरी एवं अन्य विभाग ऐसे आतंकियों को सौंपा जाए, ...
जिस जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वामपंथियों और कट्टरपंथी मुसलमानों का बोलबाला रहता था। जिस जेएनयू में स्टालिन और लेनिन की जय-जयकार होती थी, अब उसी जेएनयू में जल्द ही ये पढ़ाया जाएगा कि कैसे कम्युनिस्ट सत्ता/विचारधारा इस्लामिक आतंकवाद को ...
अब तक पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती सईद को अब तक एक अलगाववादी समर्थक नेता कहा जाता था। परंतु अब जिस तरह का भाषण उन्होंने सार्वजनिक तौर पर दिया है उससे इतना तो स्पष्ट हो गया कि ...
अफ़ग़ानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान अब वैश्विक स्तर पर अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए वह सोशल मीडिया पर भी अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है। हालांकि फेसबुक तथा YouTube जैसे कई सोशल मीडिया ...
©2024 TFI Media Private Limited