बिहार में फिर से लौट आया ‘जंगलराज’
देश का सबसे पिछड़ा राज्य यानी बिहार जहां के एक नेता को सुशासन बाबू कहा जाता है लेकिन असल में यह नेता कुशासन का पर्याय बनकर रह गए है। मुख्यमंत्री पद से प्रेम और प्रधानमंत्री बनने की चाह में ...
देश का सबसे पिछड़ा राज्य यानी बिहार जहां के एक नेता को सुशासन बाबू कहा जाता है लेकिन असल में यह नेता कुशासन का पर्याय बनकर रह गए है। मुख्यमंत्री पद से प्रेम और प्रधानमंत्री बनने की चाह में ...
ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं! हर बार जब भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक गठबंधन साथी को छोड दूसरे के सहभागी बनते हैं तब-तब यह कथन बिहार के राजनीतिक गलियारे में यथावत गुंजायमान होने ...
भारतीय जनता पार्टी आज देश की सबसे मजबूत पार्टी बनी हुई है। बीजेपी ने देश की राजनीति पर बेहद ही मजबूती से अपनी पकड़ बना ली। वे पार्टी जो कभी केवल 2 सीटों पर ही सिमट गई थी, वो ...
बिहार की सियासत बदलते मौसम की तरह है। कब किसके आँगन धूप और किसके आँगन में तूफ़ान आ जाए पता ही नहीं चलता। एक समय भले ही सत्ता पर भाजपा और जदयू का गठबंधन विराज रहा हो लेकिन इन ...
अगर राजनीति में भी फिल्मों की भांति अवार्ड देने की प्रक्रिया होती तो धोखा देने वाली कैटेगरी में लाइफ टाइम अचीवमेंट का अवार्ड बिहार के पलटू कुमार अर्थात नीतीश कुमार को ही दिया जाता। एक निश्चित समय अंतराल के ...
मुख्तार अब्बास नक़वी को आखिरकार मोदी सरकार ने कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मंत्री रहे मुख्तार अब्बास नक़वी की विदाई उनका कार्यकाल ख़त्म होने के बाद हुई। ऐसा नहीं है कि भाजपा ...
अग्निपथ के विरोध की अग्नि में धूं-धूं कर जलता बिहार कई बातें कहना चाह रहा है, सत्ताधीश से सवाल कर रहा है बस स्वर नहीं मिल रहे। बिहार जिसे ज्ञान का केंद्र माना गया है, ऐसे बिहार में अज्ञानता ...
बिहार में नीतीश कुमार पिछले डेढ़ दशकों से भी अधिक तक सत्ता पर विराजमान हैं नीतीश कुमार देश के ऐसे नेता हैं जो कभी राजद तो कभी भाजपा के साथ सरकार बनाकर मुख्यमंत्री का पद हासिल कर लेते हैं। ...
आपने तो सुना ही होगा जब जहाज डूब रहा हो, तो चूहे सर्वप्रथम जहाज़ छोड़ने लगते हैं, यानि उन्हे खतरे का आभास हो जाता है और अपना प्रबंध करने में जुट जाते हैं। अब कुछ नेता राजनीति में चूहे ...
बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी में सियासी उठापटक मची है. पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग मुद्दों पर कई बार ऐसी राजनीतिक स्थितियां बनी हैं जिनमें दोनों पार्टियां अलग-अलग कोने पर ...
अवसरवादी ! जितना नकारात्मक यह शब्द है उससे कही अधिक नकारात्मक छवि अब कथित रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बनती जा रही। कभी पीएम मोदी के साथ अपनी रणनीतिकार-राजनीतिक पारी खेलने वाले पीके ने बीते 8 वर्षों में थाली के ...
बिहार में बहार है यह डायलॉग फ़िल्मी है और फिल्म तक ही सीमित रह गया। जी हां, 1912 में अस्तित्व में आए बिहार की तरक्की और विकास में उसी के नेता बाधक बनते आए हैं। नीतीश कुमार इस राज्य ...
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