अमृतपाल के निर्लज्ज समर्थक
कुछ लोगों की हरकतें ऐसी होती हैं, जिन्हे देख स्वत: “रामायण” सीरियल का एक संवाद स्मरण हो आता है, “निर्लज्ज, तू फिर आ गया?” अमृतपाल के पीछे केंद्र सरकार और पंजाब प्रशासन दोनों ही लामबंद हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ...
कुछ लोगों की हरकतें ऐसी होती हैं, जिन्हे देख स्वत: “रामायण” सीरियल का एक संवाद स्मरण हो आता है, “निर्लज्ज, तू फिर आ गया?” अमृतपाल के पीछे केंद्र सरकार और पंजाब प्रशासन दोनों ही लामबंद हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ...
कुछ समय पूर्व जब पीएम मोदी अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष से मिले थे, तो उन्होंने एक बात स्पष्ट की थी, कि ऑस्ट्रेलिया में भारतवंशियों पर खालिस्तान के बढ़ते उपद्रव पर लगाम लगाया जाए। अब संयोग देखिए, कुछ ही दिनों बाद ...
“आज पूरी दुनिया भारत को लेकर एक विश्वास से भरी हुई है। दुनिया भर के एक्सपर्ट और इकोनॉमिस्ट कह रहे हैं कि ये भारत का समय है, यानि ये India का moment है”। इस लेख में पढिये पीएम मोदी के ...
"हे भगवान! लोकतंत्र पुनः खतरे में है!" "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हुई तार तार!" "भारत अब नहीं रहा धर्मनिरपेक्ष और सहिष्णु!" परंतु हुआ क्या? कुछ खास नहीं, बस BBC के दफ्तरों पर छापा डालने का हमारे एजेंसियों ने दुस्साहस किया! ...
कोई कम कमाता है तो लोग उसे हीन भावना से देखते हैं, कोई ज्यादा पैसे वाला हो जाए तो वह समाज के एक वर्ग की नजर में अपराधी हो जाता है। ज्यादा कमाने वाले व्यक्ति को ऐसे पेश किया ...
हिंडनबर्ग रिपोर्ट: विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के शक्तिशाली समूह G-20 की अध्यक्षता भारत के पास है। पिछले वर्ष दिसंबर में औपचारिक रूप से भारत ने G-20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी। भारत 30 नवंबर 2023 तक G-20 की ...
कुछ वर्षों पहले तक भारत के साथ रक्षा क्षेत्र में होने वाले समझौते से भारत को लाभ कम और दूसरे देशों को अधिक होता था, लेकिन अब स्थिति बदल चुकी है। क्योंकि अब भारत हर सौदे में बराबर का ...
“भैया, मेरे मुंह से निकल गई, मेरी ज़बान टूट गई हाय....!” यह मीम कब यथार्थ में परिवर्तित हो गया, पता ही नहीं चला। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कभी जनता को ठेंगा दिखाने वाले और उन्हें बॉयकॉट करने ...
30 नवंबर 2022, यह पत्रकारिता के मानस काल में एक बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण समय है जब निष्पक्ष पत्रकारिता की ज्योत जगाने वाले, तानाशाहों के विरुद्ध अकेले भिड़ने वाले, मैग्सेसे छाप रवीश कुमार पांडे ने सहसा अपनी कर्मभूमि, अपनी प्रिय ...
प्रिय नदव लापिड उम्मीद करता हूं कि आप इज़रायल में चैन से रह रहे होंगे। आप कुछ दिन पहले ही तो हमारे देश में थे। हमारी सरकार ने आपको इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया में आमंत्रित किया था। गोवा में ...
किसी ने सही ही कहा है कि शब्दों को तोल-मोल कर ही बोला करें, कब क्या हो जाए, क्या भरोसा। ये बात कहीं न कहीं ऋचा चड्ढा के अंतर्मन में अवश्य ही चल रही होगी, क्योंकि इनके एक ट्वीट ...
करे कोई और भरे कोई। कुछ ऐसा ही हाल है आज भारत का, जहां उसे उसके ही लोग यह कहते दिखते हैं कि क्यों भारतीय इतने असहिष्णु हैं। भले ही इस बात का कोई आधार न हो पर क्योंकि ...
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