मैथिलीशरण गुप्त का जन्म : साहित्यिक परिचय
मैथिलीशरण गुप्त का जन्म : साहित्यिक परिचय स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की मैथिलीशरण गुप्त के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे ...
मैथिलीशरण गुप्त का जन्म : साहित्यिक परिचय स्वागत है आपका आज के इस लेख में हम जानेंगे की मैथिलीशरण गुप्त के बारे में साथ ही इससे जुड़े कुछ तथ्यों के बारें में भी चर्चा की जाएगी अतः आपसे ...
‘MDH का तड़का, अंग-अंग फड़का’ ‘असली मसाले सच-सच, MDH, MDH!’ कुछ व्यक्ति या उत्पाद ऐसे होते हैं जो अपने आप में उस उत्पाद का अभिप्राय बन जाते हैं। अब चॉकलेट के अनेक ब्रांड है पर दुकान पर जाते ही ...
स्वागत है आपका आज के इस लेख में, आज हम बात करने जा रहे है, महादेवी वर्मा के जीवन परिचय (Mahadevi Varma ka jivan parichay), शिक्षा, करियर, सम्मान एवं रचनाओं के बारें में एवं आशा करते है कि यह ...
वातावरण, यह शब्द मानव जीवन के लिए बहुत अधिक महत्व रखता है। व्यक्ति यदि झूठ और भ्रम के वातावरण में हो तो ऐसा भी हो सकता है कि वह उस झूठ और भ्रम को आत्मसात करने लगे क्योंकि झूठ ...
कहते हैं कि किसी को सम्मान न दे सको तो उसे अपमानित भी मत करो लेकिन यह कहावत आज के समय में लोग लगभग भूल गए हैं। इतना ही नहीं जिन लोगों को सम्मान मिला है उन्हें भी अपमानित ...
कौन कहता है कि प्रतिभावान लोगों से गलतियां नहीं हो सकती हैं? जब से देश में मोदी सरकार पधारी है, अच्छे से अच्छे फ़न्ने खां को बनराकस बनते और बड़े से बड़े बुद्धिजीवियों को विरोध के नाम पर अपना ...
1991 में एक फिल्म आई, जिसे खूब पुरस्कार मिले। इस फिल्म के लिए अभिनेता से लेकर सभी पात्रों को खूब प्रशंसा मिली और निर्देशक को 'सर्वश्रेष्ठ निर्देशक' का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। इस फिल्म का नाम था ‘एक डॉक्टर की ...
क्या पीड़ा कभी पुरस्कार और पैसे में परिवर्तित हो सकती है। जी हां, बिल्कुल हो सकती है। पुलित्जर पुरस्कारों का वितरण इसका एक मानक उदाहरण है। कहते हैं दुनिया बहुत खूबसूरत है, बस नजर का फर्क है। परंतु, पुलित्जर ...
पहले देश खाया, फिर उद्योगपतियों का धन खाया फिर खाया कांग्रेस आलाकमान, नाम तो जानते ही होंगे 'गाँधी परिवार।' हालिया कर्मकांड है लड़की हूं लड़ सकती हूं वाली प्रियंका गाँधी वाड्रा का, जिन्होंने अपने ही पिता को तोहफे में ...
कांग्रेस वर्ष 2014 से सत्ता से विमुख होती गई और अब हाल ए बयां कुछ ऐसा है कि उसे सत्ता पक्ष से विपक्षी होने का तमगा मिलने के बाद उससे प्रमुख विपक्षी पार्टी का टैग भी खिसकता दिख रहा ...
जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है, ऐसे ही हाल इन दिनों लिबरल गैंग के उन खाताधारकों का है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सुनते ही आगबबूला हो जाते हैं। उन्हें बस मुद्दा चाहिए ...
क्या आप जानते हैं? डॉ० रामचंद्रन नागास्वामी एक भारतीय इतिहासकार, पुरातत्वविद् और पुरालेखशास्त्री थे, विगत रविवार (23 जनवरी 2022) को उनका देहांत हो गया मंदिर के शिलालेखों पर अपने काम के लिए जाने जाते थे डॉ० रामचंद्रन नागास्वामी डॉ० ...
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