क्या बात करते हो नसीरुद्दीन मियां! खानों को अपना घर बार भी तो संभालना है
एक होते हैं वचनबद्ध, फिर आते हैं वचन के लिए अपने भाग्य तक को चुनौती देने वाले व्यक्ति और फिर आते हैं नसीरुद्दीन शाह। अरे नहीं बंधुओं, इन्हें ऐसा वैसा न समझिए, इनके सामने तो असदुद्दीन ओवैसी और अखिलेश ...