पत्नी की संपत्ति में पति का कोई हक नहीं- सुप्रीम कोर्ट
26 April 2024
जो दर्द भारत ने झेला अब अमेरिका झेला रहा है।
26 April 2024
90 के दशक की फिल्में हों और उसमें कादर खान न हों, ऐसा होना कुछ यूं है कि बंधु खाना बन गया और पता चला कि नमक ही नहीं है। जी हां तब के समय में फिल्मों के लिए अति आवश्यक थे कादर खान। आप चाहे जो रोल कह दें– ...
Aamir Khan daughter engagement: ये काफिर हैं, ये करना गुनाह है, वो करना गुनाह है, हमारे धर्म में यह नहीं कर सकते...इस प्रकार की तमाम बातें आप हमेशा से ही एक समुदाय के लोगों के द्वारा सुनते आ रहे होंगे। आये दिन यह लोग अपने ही धर्म के लोगों को ...
“गरीबों की सुनो, वो तुम्हारी सुनेगा, तुम एक पैसा दोगे, वो दस लाख देगा” बंधुओं, मीठा ज़हर का सिद्धांत तो सुना ही होगा, परंतु चलता फिरता मीठा ज़हर कभी देखा है? यदि नहीं, तो फिर आपने शाह अब्बास अली खान तनोली के बारे में नहीं सुने हैं। चकरा गए का? ...
“तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती रही है, लेकिन इंसाफ नहीं मिलता मिलॉर्ड, इंसाफ नहीं मिलता, मिलती है तो सिर्फ एक तारीख!” कभी सोचा है कि सामने फिल्म उद्योग का एक सुपरस्टार हो, जो अपने करियर में सफलता के कई आयाम देख चुका हो और फिल्म की कथा जिस ...
Bengal brand ambassador: ममता बनर्जी अपने आप में शोध की जीती जागती संस्था हैं। इनके बारे में जितना लिखा जाए, वो कम है। अभी हाल ही में सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटने के पश्चात ममता बनर्जी बंगाली अस्मिता का राग अलापते हुए कहने लगीं कि सौरव के ...
“बहुत भोला है बेचारा, न जाने किस पर गया है” अब का बताएं भैया, ऐसा ही हाल है बॉलीवुड का। धड़ाधड़ फिल्में फ्लॉप हो रही हैं, दूसरी तरफ स्टार्स एक्टिंग छोड़कर सब तरह की नौटंकी करेंगे। आमिर खान की लंका लगी पड़ी है, शाहरुख खान का तो मत ही पूछो ...
मानव गलतियों का पुतला है और सुबह का भूला यदि शाम को घर लौट आए तो उसे भूला नहीं कहते। शायद यही मनोस्थिति इस समय आमिर खान की भी रही होगी, जब उन्होंने एक मार्मिक अपील में सभी से ‘लाल सिंह चड्ढा’ जैसी त्रासदी देने के लिए क्षमा मांगी। हाल ...
जब कोई चीज आपके एजेंडे में फिट ना बैठे, तो सच ही छिपा दो और झूठ लोगों के आगे परोस दो। ऐसा ही काम आज हमारे देश के कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा किया जा रहा है। कई मीडिया संस्थान आज हिंदूफोबिक बनते चले जा रहे हैं। कई बार इन समूहों ...
लोगों का मनोरंजन करना एक कला है, लोगों को हंसाना उससे भी बड़ी कला है, परंतु सार्वजनिक तौर पर अपना पोपट बनाना और उसी को अपना व्यापार बनाना एक अद्वितीय कला है जिसकी सिद्धि सभी को नहीं मिलती है। लेकिन कमाल राशिद खान, क्षमा कीजिए, कमाल राशिद कुमार एक अद्भुत ...
समय जब करवट लेता है तो राजा को रंक बनते देर नहीं लगती। एक समय ऐसा था जब तीनों खान बॉलीवुड के राजा हुआ करते थे और पूरी इंडस्ट्री पर राज करते थे। बॉलीवुड में तीनों खानों का सिक्का चलता था। इंडस्ट्री का कोई दूसरा सितारा इनके सामने नहीं टिक ...
आप सभी जानते ही होंगे 'गंगूबाई काठियावाड़ी' फ्लॉप, 'बच्चन पांडे' फ्लॉप, 'हीरोपंती 2' फ्लॉप, 'शाबाश मिट्ठू' फ्लॉप, 'अनेक' फ्लॉप और 'शमशेरा' भी सुपर डुपर फ्लॉप जिसको देखकर आमिर खान और शाहरुख खान की हालत बहुत पतली हो चली है। अभी हाल ही में ‘लाल सिंह चड्ढा’ सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने ...
सूर्यवंशी, द कश्मीर फाइल्स, भूल भुलैया 2, इनमें समान बात क्या है? ये सभी भारतीय फिल्म उद्योग विशेषकर बॉलीवुड की वो फिल्में हैं जो कोविड के प्रचंड लहर के पश्चात बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ने में सफल हुई हैं पर क्या एक और कॉमन फैक्टर आपको ज्ञात है। ...