'कानून' के लिए खोज परिणाम

जब तक माल्या है, तब तक मार्क्स और मार्क्सवाद है

एक 14 वर्ष के चरवाहे लड़के ने जब अपने पिता से पूछा कि पिता जी ये बारिश क्यों और कैसे होती है? तो पिता ने वैज्ञानिक कारण का ज्ञान होते हुए भी उसे एक काल्पनिक कहानी बतानी बहतर समझी ...

Happy Women’s Day परन्तु हमारी महिला सशक्तिकरण की परिभाषा गलत है

105 वर्ष पूर्व जर्मनी के एक समाजवादी द्वारा प्रारंभ किया गया पर्व ‘नारी दिवस’ लगभग 40 वर्षों से पुरे विश्व में महिलाओं को बराबरी का हक दिलवाने के लिए मनाया जाता है। आज महिला सशक्तिकरण के 'जुमले' के इस ...

जेएनयु पर अमेरिकी रिएक्शन : “पर उपदेश कुशल बहुतेरे” का एक अद्भुत नमूना

मोदी सरकार ने जैसे ही JNU के भीतर पल रहे सपोलो को कसना शुरू किया ठीख तभी अमेरिकी विश्वविद्यालयों के कुछ 455 शिक्षको ने 1 संयुक्त विज्ञप्ति जारी कर भारत सरकार के इस निर्णय की भर्त्सना की और इसे ...

अरविन्द केजरीवाल की “नई तरह की राजनीति”

"अजी ! हम तो नई तरह की राजनीति करने आये हैं" ये एक वाक्य आपने पिछले 3 वर्षों से खूब सुना होगा। आप जो सोच रहे हैं ठीक ही सोच रहे हैं। मैं बात कर रहा हूँ श्री अरविन्द ...

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