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वैश्विक कूटनीति में भारत की सॉफ्ट पावर बन रहे हैं भगवान राम

Kashi Tamil Sangamam: संपूर्ण चराचर का जो स्वामी है, जिसका व्यक्तित्व और कृतित्व ही हिंदुत्व की आधारशिला है, जो अजर है, अमर है, जो तीनों लोकों का स्वामी है, जो पुरुषों में महान है, जो मर्यादाओं का सार है, ...

भारतीय राजनीति के मुहम्मद बिन तुगलक हैं नीतीश कुमार, जानिए कैसे?

सुबह उठो एक फैसला ले लो। फिर अगले दिन उसे बदल दो। फिर उसके अगले दिन एक और नया फैसला ले लो। अरे भैया पिछले 17 सालों में बिहार में यही सब चल रहा है। कुछ लोग बात तो ...

वीर दास के “दो भारत” और “आर्यन आक्रमण सिद्धांत”, बस यहीं तक सीमित है राहुल गांधी की राजनीति

अगर रेडियो पर एक ही गाना बार-बार बजता है तो उसे सुनकर किसी का भी मन ऊब जाता है। ऐसे ही कुछ विचार अब राहुल गांधी को भी लेकर भी आने लगे है। देखा जाये तो कभी पूरे भारत ...

द्रविड़ राजनीति के अंत की नींव पीएम मोदी ने रख दी है

एकता में अनेकता हमेशा से ही भारत की पहचान रही है। विभिन्न धर्मों, जातियों और वर्गों से जुड़े लोग भारत में एक साथ बड़े ही प्रेम से रहते आ रहे हैं। परंतु इसी का लाभ कुछ राजनेताओं के द्वारा ...

दादा से वोट चाहिए, शाहरुख को बनाएंगी बंगाल का ब्रांड एम्बेसडर– गजब राजनीति है ममता बनर्जी की

Bengal brand ambassador: ममता बनर्जी अपने आप में शोध की जीती जागती संस्था हैं। इनके बारे में जितना लिखा जाए, वो कम है। अभी हाल ही में सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटने के पश्चात ममता बनर्जी ...

हिंदी में चिकित्सा शिक्षा ‘चरक संहिता’ की विरासत को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक ठोस कदम है

लोगों का मानना ​​है कि भाषा चिकित्सा और इंजीनियरिंग जैसे तकनीकी क्षेत्रों को प्रभावित नहीं करती है। हालांकि यह सच नहीं है। यह पाठ्यपुस्तकों में भाषा का अंग्रेजीकरण ही है जिसने हमारी चिकित्सा शिक्षा से चरक संहिता जैसे चिकित्सा ...

शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के ‘नायक’ हैं, लेकिन अब उन्हें वहां की राजनीति से प्रस्थान करना चाहिए!

कुर्सी का खेल बड़ा ही निराला होता है और जब कुर्सी राजनीतिक रण वाली हो तब तो मामला और रोमांचक हो जाता है। हालांकि किसी भी शासक का एक तय समय होता है, जिसके अनुरूप उसे कुर्सी का मोह ...

मोदी सरकार की एक से बढ़कर एक योजनाएं दर्शा रही हैं नीति आयोग का महत्व

देश को योजना से चलाने के लिए संस्था की आवश्कयता होती है। इसी जरूरत को समझते हुए वर्ष 1950 में योजना आयोग का गठन किया गया था।  संस्था का मुख्य उद्देश्य देश में उपलब्ध संसाधनों का सही तरीके से ...

जगन मोहन रेड्डी की सरकार ने आंध्र प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया

किसी भी देश की प्रगति के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है। शिक्षित लोगों के बिना सफल राष्ट्र की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हर व्यक्ति का अधिकार है कि वो बेहतर शिक्षा पाए। लेकिन तब क्या जब पूरी ...

मोदी सरकार का मास्टरप्लान, अब अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थान नहीं बनेंगे राजनीति का अड्डा

कहते हैं कि शिक्षा सशक्तिकरण का सबसे बड़ा अस्त्र है। किंतु, जरा सोचिए कि क्या हो अगर शिक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और प्रेम की आड़ में समाज का एक वर्ग राष्ट्र निर्माण की जगह राष्ट्र के विखंडन हेतु ...

केजरीवाल के दिल्ली ‘शिक्षा मॉडल’ को अपनाएंगे भगवंत मान

पंजाब की नवगठित सरकार दिल्ली के शिक्षा मॉडल की नकल पर पंजाब में नैतिकता मॉडल विकसित करना चाह रही है। लोकलुभावन वादों के बल पर सरकार में आई आम आदमी पार्टी को यह अच्छे से पता है कि किसी ...

राजस्थान सरकार ने 12वीं बोर्ड की राजनीति विज्ञान की परीक्षा को कांग्रेस स्पॉट क्विज में बदला

एक छात्र के लिए उसके विद्यालय का अंतिम पड़ाव 12वीं बोर्ड परीक्षा होती है, उसके लिए उसने पूरे छात्र जीवन को सींचा होता है ताकि अंततः उसको 12वीं में अच्छे अंक हासिल होने के साथ ही अपने पसंदीदा विषय ...

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