मधुबनी: जहां कला एक अद्भुत kaleidoscope बुनती है!”
मेरा हृदय उत्साह से भर जाता है जब मैं देखता हूं कि मैं एक ऐसे भूमि से संबंधित हूं जो मिथिला की धरती है, जहां कला और संस्कृति रंगों और कहानियों के नृत्य में मिल एक हो जाती है। ...
मेरा हृदय उत्साह से भर जाता है जब मैं देखता हूं कि मैं एक ऐसे भूमि से संबंधित हूं जो मिथिला की धरती है, जहां कला और संस्कृति रंगों और कहानियों के नृत्य में मिल एक हो जाती है। ...
"ऐसी वाणी बोलिये कि जमकर झगड़ा होये, पर उनसे न पंगा लीजिये, जो आपसे तगड़ा होये!" ये छोटी सी बात जिस दिन बॉलीवुड को समझ आ जाए, उनका छोड़िये, पूरे देश का कल्याण हो जायेगा! बॉलीवुड विवादों के विशाल ...
एक समय होता था, जब भारतीय टेलीविजन माने मनोरंजन और ज्ञान का एक अनोखा मिश्रण. हमें ये बताने की आवश्यकता कि रामायण के एक एपिसोड के लिए कितना लालायित रहते थे, और किस प्रकार सड़कें खाली हो जाती थी! ...
विश्वास नहीं होता, यह वही भारत है, जहाँ से अर्थशास्त्र, रामायण, महाभारत जैसी कालजयी रचनायें निकली है. ये वो भारत नहीं लगता, जहाँ चंद्रकांता, आवरण जैसी रचनाओं से साहित्यिक जगत को समृद्ध किया गया. इस लेख में वो कारण ...
सन 2017. भारतीय चलचित्र के विशाल मन्च पर उदय हुआ एक नये सितारे का. इनका नाम प्रभास राजू था, लेकिन दुनिया उन्हें शक्तिशाली "बाहुबली" के नाम से जानती थी! जो यश और कीर्ति कभी रजनीकांत और कमल हासन ने ...
जहां हम मनोज मुंतशिर और निर्देशक ओम राउत की आलोचना में कोई प्रयास अधूरा नहीं छोड़ते, हमें धूर्त शिरोमणि अमीश त्रिपाठी के कारनामों को नहीं भूलना चाहिए। इस लेख में जानिये अमीश त्रिपाठी के उस दृष्टिकोण के बारे में, ...
मनोरंजन के क्षेत्र में सफलता और असफलता तो स्वाभाविक बात है। परंतु कुछ आदर्श ऐसे भी हैं, जिनकी अवहेलना कर कलाकार अपने आप को विनाश की ओर ले जाता है, यही किया है मियां मनोज मुंतशिर, जिन्होंने श्रद्धेय महाकाव्य ...
भारतीय फिल्म उद्योग में रीमेक एक आम बात रही है, जो अक्सर फिल्म निर्माताओं को अपने क्लासिक्स को फिर से देखने की अनुमति देती है। हालाँकि, ऐसे उदाहरण भी हैं जहाँ निर्देशक अपनी मूल फिल्मों के जादू को पकड़ने ...
“देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान, कितना बदल गया इंसान, रे कितना बदल गया इंसान!” टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) ने हाल ही में बॉलीवुड में लैंगिक असमानता और कम प्रतिनिधित्व पर प्रकाश डालते हुए ...
आदिपुरुष के विवादास्पद मुद्दे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आक्रामक रुख अपनाते हुए फिल्म के रचनाकारों की जमकर क्लास लगाई। रामायण पर आधारित ओम राउत की इस फिल्म ने जनभावनाओं के साथ जो खिलवाड़ किया, उसपे इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इन्हे ...
किसी प्रिय पुस्तक या क्लासिक नाटक को फिल्म या टेलीविजन श्रृंखला में बदलना बच्चों का खेल नहीं है। इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण निर्णय शामिल होते हैं जैसे कि कौन सा प्लॉट पॉइंट रखना है, किसे छोड़ना है, पात्रों को ...
देखो भई, ए बात तुम भी जानते और हम भी कि “आदिपुरुष” ने हम सबकी आशाओं पर जबरदस्त पानी फेरा है। "आदिपुरुष" ने जो किया है, उसके पीछे कई लोग इसके पीछे की रचनात्मक टीम के इरादों पर सवाल ...
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