आमिर खान दीपावली पर ज्ञान देने की बजाय अपना मुंह बंद रखो
उत्सव काल के साथ-साथ न जाने क्यों हमारे देश में एक उपदेश काल भी शुरू हो जाता है। जब भी सनातन त्योहार निकट आते हैं, विभिन्न माध्यमों से हमें उपदेश देने के प्रयास शुरू हो जाते हैं। हाल ही ...
उत्सव काल के साथ-साथ न जाने क्यों हमारे देश में एक उपदेश काल भी शुरू हो जाता है। जब भी सनातन त्योहार निकट आते हैं, विभिन्न माध्यमों से हमें उपदेश देने के प्रयास शुरू हो जाते हैं। हाल ही ...
तूफान फिल्म रिव्यू : प्रोपेगेंडा भी नया नहीं है अफसोस की उम्मीदों के बावजूद भाग मिल्खा भाग के सामने तूफान किसी भी कैटेगरी में कहीं नहीं ठहरती। राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित ‘तूफान’ फरहान अख्तर की बहुप्रतीक्षित फिल्म है, ...
इन दिनों बॉलीवुड में मानो रचनात्मकता बची ही नहीं है। आज बॉलीवुड सिर्फ ‘कट कॉपी पेस्ट’ की एक घटिया फैक्ट्री बनकर रह गया है, जहां पर हॉलीवुड हो या फिर क्षेत्रीय फिल्म उद्योग, इनके बेहतरीन फिल्मों की रीमेक ही ...
वुहान वायरस के प्रकोप में मामूली कमी आने के साथ-साथ विभिन्न देशों के फिल्म एवं टीवी उद्योग पुनः प्रारम्भ हो चुके हैं, और इसी कड़ी में बॉलीवुड के विभिन्न सितारे अपने अपने फिल्मों की शूटिंग करने के लिए विदेश ...
देश की मीडिया और मनोरंजन उद्योग इस समय बहुत बड़ी मुसीबत में है। वुहान वायरस के कारण 1.7 लाख करोड़ रुपए मूल्य के इस उद्योग को काफी नुकसान हुआ है, विशेषकर उन प्रवासी मजदूरों को, जो इस उद्योग के ...
किसी सद्पुरुष ने कहा था, " जहाँ चाह, वहां राह!" परन्तु AAP के लिए इसका तात्पर्य दूसरा है। उनके सिद्धांत स्पष्ट है: "AAP जहाँ, debt वहां!" एक चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन में, पंजाब में AAP प्रशासन दो साल से भी ...
सआदत हसन मंटो, एक ऐसा नाम जिनकी रचनाओं में कथित तौर पर जान होती थी। जिन्हें देश में साहित्य के आधारस्तम्भ के रूप में चित्रित किया गया और उन्हें ऐसे पेश किया गया, जैसे वो न होते तो देश ...
बॉलीवुड पर साढ़े साती छाई हुई है आप इस बात से बिल्कुल भी इनकार नहीं कर सकते। लोगों को बॉलीवुड के कंटेंट पसंद नहीं आ रहे हैं आप इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते। बॉलीवुड वाले सिर्फ ...
देश में कुछ भी हो, हमारे बॉलीवुड में दो गुट स्पष्ट दिखाई देते हैं। पक्ष में और विपक्ष में। परंतु पूर्वोत्तर दिल्ली में भड़के दंगों पर जिस तरह बॉलीवुड के विभिन्न सितारों की प्रतिक्रिया आई है, उससे स्पष्ट पता ...
कुछ लोग होते है सरे आम पिटने के बाद उठकर कहते है दम है तो अबकी बार मार के दिखा फिर पिटते है फिर वही कहते है लेकिन जबान को लगाम नही दे सकते | कुछ यही हाल हमारे ...
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