'वामपंथियों' के लिए खोज परिणाम

सेना का टैंक भारत के वीरता का प्रतीक है, उसका अपमान सेना का अपमान है

कारगिल विजय की 18वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में जवाहरलाल नेहरू विवि में विजय दिवस का एक कार्यक्रम किया गया था जिसमें जेएनयू के शिक्षकों और छात्रों ने कारगिल के शहीदों और पूर्व सैनिकों के साथ मिलकर 2200 फीट का ...

हिन्दू विरोधी अभियानों के लिए वामपंथी या सेक्युलर लोग ज़िम्मेदार नहीं है, बल्कि ये लोग हैं

देखिये, मैं पहले ही ये बताना चाहता हूँ की भीड़ की हिंसा को सही तो नहीं ठहरा सकते, अगर एक बेकसूर आदमी की जान चली जाए तो। पर एक तरफ तो अपना लोकतन्त्र बहुमत को देश की दशा और ...

इन भारतीय शहरों के नाम सबसे पहले बदल देने चाहिए

दुनिया में ये एक आम रीति है की शहरों, सड़कों और इलाकों को प्रसिद्ध लोगों के नाम देना, पर कभी भारत आइये, यहाँ तो अजब ही लीला है। यहाँ कई भारतीय शहरों के नाम लुटेरों, बलात्कारियों, सामूहिक हत्यारों के ...

पीएम मोदी कांग्रेस को 2014 से लेकर अबतक 14 बार धूल चटा चुकें हैं, और हम चुनावों की बात नहीं कर रहे

चाणक्य से कालजयी राजनीतिज्ञ शायद ही इस दुनिया में कहीं पैदा हुआ होगा। जब उन्होने यह कहा था ‘बाहरी शत्रु से सीमा की सुरक्षा सरल है, परंतु अगर सीमा के अंदर देशद्रोही हो, तो कोई भी आपके देश को ...

उम्मीद थी की ममता दीदी के राज में पश्चिम बंगाल का अच्छे दिन आयेंगे, पर जो हुआ वो चौंकाने वाला था

पश्चिम बंगाल किसी जमाने में देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हुआ करता था और इसकी राजधानी पूरे देश के लिए आर्थिक राजधानी थी | जब देश के बाकी हिस्सों में रेल की भी सुविधा नही थी, यहां ...

दो पत्रकारों ने एक साथ पत्रकारिता शुरू की, एक कहाँ पहुँच गया, और दूसरा कहाँ छूट गया

भारत में पत्रकारिता को 'माफिया' संस्कृति में ढालने वाले, वामपंथी विचारधारा के उद्देश्यों को खबरों के आवरण से ढक कर परोसने वाले, वामपंथियों की संस्थानों से निकले, राष्ट्रीयता की विछिप्त व्याख्या करते निर्लज्ज मस्तिष्कों को बुद्धिजीवी पत्रकार बनाने वाले ...

भारत के इस राज्य को आखिर हुआ क्या है?

मैं बैरी, सुग्रीव पियारा। अवगुन कवन नाथ मोहि मारा।। बाली की इन पंक्तियों का उत्तर तो साक्षात् श्री राम के पास भी नहीं था। फिर विनोद दुआ से इसकी आशा करना तो सरासर नाइंसाफी होगी। वैसे विनोद दुआ के ...

नक्सली पोडियम पांडा ने शहरी नक्सली बेला भाटिया और नंदिनी सुंदर को किया बेनकाब, सारे सच किये उजागर

छत्तीसगढ़ में 2 बड़े नक्सली हमले के बाद शासन और प्रशासन लगातार नक्सल समस्या को ख़त्म करने के लिए अपनी गतिविधियों को और तेज कर चुका है। लेकिन समस्या यहाँ जंगली नक्सलियों से ज्यादा शहरों में बैठे बौद्धिक नक्सलियों ...

काहे की आजादी, कौन सा मकसद, यहाँ तो दौलत की जंग चल रही है

वामपंथियों और जिहादियों द्वारा अलगाववादियों और नक्सलियों के समर्थन से कश्मीर से लेकर बस्तर तक भारत में लगातार अस्थिरता का माहौल पैदा किया जा रहा है। कुछ समय पूर्व ही कश्मीरी पत्थरबाजो द्वारा कैमरे के सामने रुपये लेकर पत्थरबाजी ...

छत्तीसगढ़ में पुलिस और प्रशासन ने दिया सुकमा हमले का मुंह तोड़ जवाब

अभी हाल के दिनों में नक्सलियों के लगातार हमले की वजह से छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र देशभर में सुर्ख़ियों में बना हुआ है। अभी फिर बस्तर से एक खबर आई है लेकिन यह खबर एक सुकून देने वाली है। ...

सत्रह साल में सत्रह सौ मौके मिले नक्सली उन्मूलन के, लेकिन छत्तीसगढ़ वहीं का वहीं

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में चिन्तगुफा क्षेत्र में नक्सली हमले से सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गए हैं। हमले में कुछ जवान घायल भी हुए हैं, जिनमें से 5 की हालत गंभीर है। ये जवान सीआरपीएफ की 74वीं ...

असली किसानो के ज़ख्मो पर नमक छिड़कती नकली किसानो की घटिया नौटंकी

जिस देश में 80% जनता कृषक हो वहाँ तो खेती की दशा कितनी उन्नत होनी चाहिए थी? पर खेती-किसानी की क्या दशा है, ये किसी से छुपी नही है। कोई भी ठोस या आमूलचूल परिवर्तन अबतक भारतीय खेती में ...

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