राजनीति के बाद अब बॉलीवुड, साहित्य और शैक्षणिक संस्थानों में भी वामपंथी खात्मे के कगार पर है
भारत में आज़ादी के बाद वामपंथ की विचारधारा को एक मजबूत बल मिला। वामपंथी ताकतों द्वारा जहां एक तरफ योजनाबद्ध तरीके से दक्षिणपंथी विचारकों की आवाज़ दबाई गई, तो वहीं दूसरी तरफ देश के बुद्धिजीवी वर्ग में सिर्फ वामपंथी ...