द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बनी वैश्विक व्यवस्था की नहीं है कोई प्रासंगिकता, यहां समझिए कैसे
एक प्रसिद्ध कहावत है कि इतिहास विजेताओं द्वारा लिखा जाता है लेकिन यही बात दोहराने वाले संभवतः यह भूल चुके हैं कि भविष्य ...
एक प्रसिद्ध कहावत है कि इतिहास विजेताओं द्वारा लिखा जाता है लेकिन यही बात दोहराने वाले संभवतः यह भूल चुके हैं कि भविष्य ...
सुशासन तभी संभव है जब सरकार पारदर्शिता की ओर संकल्पित हो। एक समय था जब सरकार बंद दरवाजों में नीति निर्माण कर देश ...
चीन के वर्तमान रवैये को देखकर कौन कहेगा कि यह वही देश है जिसने एक समय हमारे देश को 1962 के युद्ध में ...
कुछ लोगों/संगठन के कार्य को देखकर स्वत: एक ही कहावत स्मरण में आता है, ‘चमड़ी जाए पर दमड़ी न जाए’। ऐसे लोगों का ...
दुनिया इस वक्त वैश्विक मंदी की आहट से सहमी हुई है। कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने विश्व को मंदी की ओर धकेल ...
केंद्र सरकार के द्वारा हाल ही में घरेलू रिफाइनरी कंपनियों पर विंडफॉल टैक्स लगाया गया है। पेट्रोल, डीजल और एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) ...
पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है। कोरोना के बाद कथित महाशक्तियों समेत विकसित देशों की अर्थव्यवस्था भी गर्त में समाती दिख रही ...
राहुल गांधी, ये एक ऐसा नाम है जिसके साथ पहले उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट का दुर्भाग्य जुड़ा था फिर अमेठी ने ...
कांग्रेसियों और वामपंथियों ने देश के इतिहास के कई पन्नों को अपने हिसाब से तोड़ा-मरोड़ा, अपने चाहने वालों को खूब महिमामंडित किया जबकि ...
कानून का काम कानून को ही करने दिया जाए तो ज्यादा सही है। स्वयं में जज बनकर फन्ने खां बनने वाले वर्ग को ...
बताओ जरा, गजब निर्दयी है अपना भारत, कोई ऐसा करता है क्या। जब मन में आए अमेरिका को हड़का दिया, जब मन किया ...
भारत का लघु और कुटीर उद्योग यानी MSME को लेकर एक ऐसा वक्त था जब कहा जाता था कि अब देश यह सेक्टर ...
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