भारतीय संविधान की प्रस्तावना से “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” को हटाने का यह सही समय है
एक सरकारी विज्ञापन में संविधान के प्रस्तावना पाठ को 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों के बिना चित्रित करने से विवाद खड़ा हो गया है। ...
एक सरकारी विज्ञापन में संविधान के प्रस्तावना पाठ को 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों के बिना चित्रित करने से विवाद खड़ा हो गया है। ...
साल 2014 के बाद जब से देश में मोदी सरकार बनी है, तब से देश में कई संवैधानिक बदलाव हुए हैं। मोदी सरकार ...
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने राज्यों द्वारा मदरसों के वित्त पोषण पर सवाल खड़ा किया है। कोर्ट ने स्पष्ट सवाल किया की संविधान के ...
कोरोना काल में ताइवान सबसे मजबूत देश बनकर दुनिया के सामने उभरा है. बिना किसी वैश्विक सहायता के ही इस देश ने कोरोना ...
आज यानि 26 नवंबर को भारत अपना संविधान दिवस माना रहा है। भारत सरकार ने 19 नवंबर, 2015 को राजपत्र अधिसूचना की सहायता ...
भारत विविधताओं का देश है तथा यहाँ सभी नागरिकों को समान अधिकार प्राप्त है। हमारा संविधान इन सभी अधिकारों की रक्षा करता है। ...
देश में कुछ भी होता है लोग संविधान को उठाकर ले आते हैं। आज देश में हर मुद्दे पर सबसे पहले संविधान की ...
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