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एक-दो नहीं, 12 माधव… इनके दर्शन के बिना अधूरा रह जाएगा महाकुम्भ स्नान, ऋषि भारद्वाज भी यहीं करते थे पूजा

कुम्भे कुम्भोद्भवं तीर्थं सर्वपापप्रणाशनम्। त्रिसंध्यमनुसंचर्य सर्वान्कामानवाप्नुयात्॥ यह श्लोक स्कंद पुराण से लिया गया है, जो महाकुंभ (Mahakumbh 2025) की पवित्रता और इसके आध्यात्मिक ...