जब औरंगज़ेब ने कृष्णभक्ति के कारण अपनी ही बेटी को दी उम्रकैद, जानिए कैसा था ‘फ़ारसी की मीरा’ का जीवन
15 फरवरी, 1638 में मुगल शासक औरंगज़ेब और उनकी बेगम दिलरस बानो के आँगन में उनकी पहली संतान के रूप में एक बेटी ...
15 फरवरी, 1638 में मुगल शासक औरंगज़ेब और उनकी बेगम दिलरस बानो के आँगन में उनकी पहली संतान के रूप में एक बेटी ...
'मानुष हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गाँव के ग्वारन' उपर्युक्त पंक्तियों में इस उत्कटता को देखा जा सकता है कि यदि ...
भारतीय इतिहास में मध्यकाल एक ऐसा समय है जहाँ एक ओर तुर्कों, मुगलों आदि का प्रभाव बढ़ता जा रहा था, हिंदुओं के मंदिरों ...
सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह के बलिदान दिवस के अवसर पर लोग सोमवार (7 अक्टूबर, 2024) को उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। ...
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं, बढ़-चढ़ कर लोग अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मत-प्रतिशत भी ...
भारत में कई महिलाएं ऐसी रही हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर समाज पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। इनमें से एक ...
जो कलकत्ता कभी सनातन संस्कृति के विभिन्न पहलुओं का समागम केंद्र होता था, जहाँ वैष्णव से लेकर शाक्त पंथ के लिए द्वार खुले ...
कभी सोचा है कि फर्जी एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ अनेक साक्ष्यों के बाद भी जेल जाते जाते रह जाती है? आइए तीस्ता सीतलवाड़ के ...
यदि भारतीय राजनीति किसी फिल्म की पटकथा होती, तो यकीन मानिए यह फिल्म प्रशंसा और पुरस्कारों का अंबार लगा देती। भारतीय राजनीति में ...
भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने और उसका जश्न मनाने की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल को अक्सर वाम-उदारवादी तिमाहियों ...
हमारे इतिहास और हमारे फिल्मों ने काफी हद तक हमारी मति हर ली है। हमें कई ऐसे “सत्य”, जो वास्तव में उच्चतम कल्पना ...
हमारे देश का इतिहास बड़ा विचित्र है। जब बात आती है देश के नायकों को उचित सम्मान देने की, तो उन्हे अखबार का ...
©2025 TFI Media Private Limited