बिहार में पहली बार कैसे पहुंचा AK-47 और कैसे अपराध की दुनिया में उसका दबदबा कायम हुआ
पटना, 1990 का दशक। स्टेशन के बाहर चाय की दुकानों पर लोग खड़े-खड़े बतिया रहे थे। बातचीत की शुरुआत अक्सर राजनीति से होती, ...
पटना, 1990 का दशक। स्टेशन के बाहर चाय की दुकानों पर लोग खड़े-खड़े बतिया रहे थे। बातचीत की शुरुआत अक्सर राजनीति से होती, ...
खालिस्तानी एजेंडा चलाना ब्रिटेन में केटीवी चैनल को बहुत भारी पड़ गया। उसे इसका मूल्य अपना लाइसेंस सरेंडर करके चुकाना पड़ा। हाल ही ...
भारतीय सेना के लिए एक अच्छी खबर आई है। अब सेना का प्रमुख हथियार एके-47 पहले से और ज्यादा खतरनाक हो जाएगा। नाइट ...
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