पहले भारतीयों ने “चाय” को अस्वीकार कर दिया था, फिर ‘क्रूर पूंजीवाद’ ने सबकुछ बदल दिया
"अजी हम तो देसी हैं, हम चाय पीते हैं", इस वाक्यांश को आपने कई-कई बार सुना होगा, कभी न कभी स्वयं भी दोहराया ...
"अजी हम तो देसी हैं, हम चाय पीते हैं", इस वाक्यांश को आपने कई-कई बार सुना होगा, कभी न कभी स्वयं भी दोहराया ...
अब चीन में रहने का मतलब कॉफ़ी और पेप्सी पीना छोड़ना है। ऑटोमोबाइल और IT सेक्टर में लालफीताशाही लगाने के बाद चीन अब ...
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