चाणक्य को मुख्यधारा में लाने वाले डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी पूरी तरह से पद्म पुरस्कार के अधिकारी थे
“हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती, स्वयं प्रभा समुज्ज्वला स्वतंत्रता पुकारती! अमर्त्य वीरपुत्र हो, दृढ़ प्रतिज्ञ सोच लो, प्रशस्त पुण्य पंथ है, ...