क्यों आज तक कोई भारतीय फिल्ममेकर 1946 के नौसेना विद्रोह पर कोई फिल्म न बना सका?
“लाल किले से आई आवाज़, सहगल ढिल्लों शाहनवाज़, इनकी हो उमर दराज!” इस नारे ने मानो पूरे राष्ट्र में विद्रोह का ऐसा बिगुल ...
“लाल किले से आई आवाज़, सहगल ढिल्लों शाहनवाज़, इनकी हो उमर दराज!” इस नारे ने मानो पूरे राष्ट्र में विद्रोह का ऐसा बिगुल ...
‘बिनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीति, बोले राम सकोप तब, भय बिनु होई न प्रीति’ श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड के इस ...
©2024 TFI Media Private Limited