सफलता के शिखर पर हो सकते थे गोविंदा परंतु उन्होंने वह सुनहरा अवसर हाथ से जाने दिया
हमारे वृद्धजन यूं ही नहीं कहते हैं कि “आधी को छोड़ सारी को धावे, न आधी मिले न पूरी पावे”। कुछ व्यक्ति ऐसे ...
हमारे वृद्धजन यूं ही नहीं कहते हैं कि “आधी को छोड़ सारी को धावे, न आधी मिले न पूरी पावे”। कुछ व्यक्ति ऐसे ...
“तारीख पर तारीख, तारीख पर तारीख मिलती रही है, लेकिन इंसाफ नहीं मिलता मिलॉर्ड, इंसाफ नहीं मिलता, मिलती है तो सिर्फ एक तारीख!” ...
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