विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध
6 अप्रैल 1991 को भारत और पाकिस्तान ने "सैन्य अभ्यासों, युद्धाभ्यासों और सैनिक टुकड़ियों की आवाजाही की पूर्व सूचना पर समझौता" पर हस्ताक्षर ...
6 अप्रैल 1991 को भारत और पाकिस्तान ने "सैन्य अभ्यासों, युद्धाभ्यासों और सैनिक टुकड़ियों की आवाजाही की पूर्व सूचना पर समझौता" पर हस्ताक्षर ...
पाकिस्तान के खिलाफ 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद देश के भीतर गद्दारों की लगातार धरपकड़ जारी है। देश के अलग-अलग हिस्सों से पाकिस्तान के ...
तथाकथित मुख्यधारा यानी प्रिंट-इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के अधिकांश संस्थानों पर कितना भरोसा बचा है ये हिमंता बिस्वा सरमा के एक्स पोस्ट से पता चलता ...
5 अगस्त 2024 को शेख हसीना के सत्ता से विदाई और बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथ के बढ़ते प्रभाव के बाद ढाका का रुख ...
लगता है हरदीप सिंह निज्जर का मामला अभी ख़त्म नहीं हुआ है. एक गैंगवार में उनकी मृत्यु के बावजूद, यह खालिस्तानी अलगाववादी व्यक्ति ...
एक या दो दशक पहले, कनाडा को छोड़िये, अगर नेपाल भी अपनी भौंहें चढ़ाता था, तो हमारे सरकारी प्रवक्ता से लेकर बुद्धिजीवी वर्ग ...
भई जो किसी ने भी नही सोचा था, वो हो गया। उमेश पाल हत्याकांड के प्रमुख आरोपी असद अहमद को दफनाए हुए ४८ ...
जब अमृतपाल सिंह के विरुद्ध पंजाब पुलिस ने धावा बोला, तो ये स्वाभाविक था कि हलचल मचेगी, परंतु ऐसी, राम राम! अमृतपाल सिंह ...
हम तो डूबेंगे सनम साथ तुम्हें भी ले डूबेंगे, फ़िलहाल हामिद अंसारी का हाल कुछ ऐसा ही है। पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी पर ...
विश्व में अशांति और आतंकपरस्ती के लिए एक देश सबसे ज्यादा बदनाम रहा है और वो है पाकिस्तान। पाकिस्तान वो दानव है जिसने ...
खाने को लाले पड़े हैं ,जीने को भीख मांगना पड़ता है और दुनिया में आतंकपरस्ती के लिए बदनाम भी हैं ,अब आप तो ...
सोशल मीडिया एक सन्देश वाहक का कार्य करता है लेकिन कोई इसका दुरूपयोग करे तो इसका दूरगामी परिणाम बहुत हीं खतरनाक और विषैला ...
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