Tag: Khan Sir

प्रगतिशील बनने का दावा और घूंघट में पत्नी? खान सर की सोच पर सवाल!

नई पीढ़ी की एक कवयित्री, वंदना की एक रचना है... घूंघट को परिभाषित, करते हुए...लज़्ज़ा, संस्कार, सभ्यता...को जोड़ दिया गया...‘घुटन’ शब्द छोड़ दिया ...